नौ कुंडीय श्री गायत्री महायज्ञ के तीन दिवसीय आयोजन का समापन, हुए कई संस्कार, बताई मां गायत्री की महिमा

- कलश यात्रा के साथ हुआ था शुभारंभ, मां गायत्री एवं भारत माता की आरती के साथ समापन

सीहोर। जिले के भैरूंदा स्थित गायत्री शक्तिपीठ में नौ कुंडीय श्री गायत्री महायज्ञ के तीन दिवसीय आयोजन का मंगलवार को समापन हो गया। महायज्ञ की शुरूआत 9 फरवरी को भव्य कलश यात्रा के साथ की गई थी। इस दौरान दो दिनों तक श्री गायत्री महायज्ञ में शांतिकुंज हरिद्धार से आए ब्राह्म्णों की उपस्थिति में पूजन के साथ आहूतियां डलवाई गईं। इस अवसर पर विद्या आरंभ संस्कार, पुंशवन संस्कार, जन्मदिन संस्कार के साथ ही गुरू दीक्षा का कार्यक्रम भी संपन्न हुआ। नौ कुंडीय श्री गायत्री महायज्ञ के दौरान गायत्री परिवार से जुड़े लोगों के अलावा नगर के अन्य लोग भी मौजूद रहे। सुबह के समय पूजन-पाठ के साथ में महायज्ञ में आहूतियां डाली गईं तो वहीं

शाम के समय में दीप यज्ञ भी हुआ। श्री गायत्री महायज्ञ के दौरान हरिद्धार शांतिकुंज से आए टोली नायक खेमचंद विशाल भाई द्वारा व्यास पीठ से मां गायत्री की महिमा भी बताई गई। उन्होंने कहा कि जीवन में खुश रहने के लिए विनम्रता जरूरी है, इसलिए सभी विनम्र बने रहें। उन्होंने बताया कि गायत्री परिवार की स्थापना पूज्य गुरू की गई थी। अब हम सभी को मिलकर इस युग निर्माण योजना को आगे बढ़ाना है। उन्होंने गायत्री मंत्र की महिमा बताते हुए कहा कि यह मंत्र हर मर्ज की दवा है। इससे पहले कलश यात्रा के साथ में नौ कुंडीय श्री गायत्री महायज्ञ की शुरूआत हुई। कलश यात्रा गायत्री मंदिर से शुरू होकर नगर के प्रमुख मार्गों से निकली। इस दौरान जगह-जगह नगरवासियों ने कलश यात्रा पर पुष्प वर्षा की। महायज्ञ के दौरान गायत्री परिवार की माताजी उर्मिला गुप्ता, पुष्पा शर्मा, शोभा व्यास, कुसुम श्रीवास्तव, माया अग्रवाल, रीना गुप्ता, रश्मि सोनी, निर्मला यदुवंशी सहित संतोष शर्मा, महेंद्र पटवा, छोटेराम माहेश्वरी, किशन सोनी, लखनलाल सोनी, दयाराम मालवीय, रामचंदर सोलंकी, कमलेश मालवीय, कमलेश श्रीवास्तव प्रमुख रूप से मौजूद रहे। महायज्ञ में नगर परिषद अध्यक्ष मारूति शिशिर सहित अन्य गणमान्य लोगों ने भी शामिल होकर आहूतियां दीं एवं नगरवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की।
वरिष्ठजनों का किया सम्मान-
नौ कुंडीय श्री गायत्री महायज्ञ के अंतिम दिन गायत्री परिवार भैरूंदा द्वारा वरिष्ठजनों सहित बाहर से पधारे अतिथियों का स्वागत, सम्मान भी किया गया। इस दौरान सभी को गायत्री मंत्र की शॉल भेंट की गई एवं सभी का पुष्पमाला पहनाकर स्वागत किया गया। इस दौरान नगर के वरिष्ठजनों का भी सम्मान किया गया। इसके बाद भोजन प्रसादी भी ग्रहण कराई गई।