सड़क दुर्घटना में परिवार के तीन लोगों की दर्दनाक मौत, दो घायल
सीहोर जिले के भैरूंदा तहसील के बोरखेड़ा बामन गांव का है परिवार, वर्तमान में भैरूंदा में था निवासरत, क्षेत्र में शोक की लहर
Sumit Sharma
सीहोर। जिले की भैरूंदा तहसील के ग्राम बोरखेड़ा बामन निवासी पुरोहित-शर्मा परिवार के तीन सदस्यों की सड़क दुर्घटना में दर्दनाक मौत हो गई, वहीं दो गंभीर रूप से घायल हो गए। बताया जा रहा है कि परिवार कार से इंदौर से वापस आ रहा था, तभी चापड़ा-बिजवाड़ के बीच में मौखा पिपलिया के पास गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसमें पति-पत्नी और मां की दर्दनाक मौत हो गई, वहीं दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को इंदौर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। परिवार वर्तमान में भैरूंदा स्थित वार्ड क्रमांक 11 गोपाल पटेल कॉलोनी में निवासरत है। घटना की सूचना मिलते ही गांव बोरखेड़ा बामन एवं भैरूंदा में शोक की लहर फैल गई। जिसने भी घटना के बारे में सुना वह गमगीन हो गया। जानकारी के अनुसार बोरखेड़ा बामन निवासी पुरोहित-शर्मा परिवार के गोपाल शर्मा की धर्मपत्नी सुनीता शर्मा शिक्षिका आयु 55 वर्ष, अपने बड़े बेटे अभिषेक शर्मा आयु 35 वर्ष, बहू नेहा शर्मा आयु 30 वर्ष, छोटे बेटे अमितेश एवं भाई लोकेश के साथ में इंदौर से कार द्वारा वापस भैरूंदा आ रहे थे। बताया जा रहा है कि चापड़ा-बिजवाड़ के बीच में मौखा पिपलिया के पास उनकी कार दर्दनाक हादसे का शिकार हो गई। गाड़ी अनियंत्रित होकर खेत में जा गिरी, जिसमें सुनीता शर्मा, बेटे अभिषेक शर्मा, बहू नेहा शर्मा की दर्दनाक मौत हो गई, वहीं छोटे बेटे एवं भाई को इंदौर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि छोटे बेटे को भी गंभीर चोंटे आई है। पैर में फ्रेक्चर भी हुआ है। भाई को भी चोंटें आईं है। फिलहाल उनका इलाज जारी है। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से सभी को गाड़ी के बाहर निकाला। मां – बेटे की मौत घटना स्थल पर ही हो गई, वहीं बहू की मौत अस्पताल ले जाते वक्त हो गई।
तीन अर्थियों को देख सभी की आंखें हुईं नम–
भैरूंदा तहसील का बोरखेड़ा बामन गांव, जहां पर हर दिन की तरह सब कुछ सामान्य था। लोग अपनी दिनचर्या में व्यस्त थे, किसान खेतों की तरफ जा रहे थे, बच्चे स्कूलों की तैयारियों में लगे हुए थे। लोग अपने-अपने कामों पर निकलने की तैयारियां कर रहे थे, लेकिन इसी दौरान गांव में एक खबर सुनाई दी। इसके बाद गांव में पूरी तरह से मातम छा गया। जैसे-जैसे लोगों तक यह खबर पहुंची वे गमगीन हो गए और सब अपने कामों को छोड़कर पुरोहित परिवार के घर पर पहुंचने लगे। गांव में पूरी तरह से मातम छा गया। पुरोहित-शर्मा परिवार पर तो वज्रपात हो गया। परिवार के तीन सदस्यों की दर्दनाक हादसे में मौत हो गई तो वहीं दो गंभीर रूप से घायल हो गए। इसके बाद जब गांव से तीनों की अर्थियों उठी तो गांव के बच्चे, युवा, बुजुर्ग, महिलाएं सभी की आंखें नम हो गई और हर किसी के चेहरे पर यह दुख नजर आया। गांव वालों ने इससे पहले ऐसा दुख कभी नहीं देखा। एक साथ तीन अर्थियां देखकर कोई भी अपने आपको नहीं रोक पाया।
मिलनसार था परिवार-
ग्रामीणों ने बताया कि पुरोहित-शर्मा परिवार बेहद मिलनसार परिवार था। बोरखेड़ा बामन गांव उनका पैतृक गांव है, लेकिन नौकरी एवं पढ़ाई-लिखाई के लिए वे भैरूंदा में रहने लगे। त्यौहारों, अवकाश पर वे लगातार यहां आते-जाते रहते थे। गांव में हर एक व्यक्ति से मिलना-जुलना, बातचीत करना उनकी आदत में शुमार था, लेकिन अब उनकी यादें हर किसी को आएगी।