
सीहोर। सलकनपुर में देवीलोक के निर्माण से क्षेत्र में तथा आस-पास पर्यटन बढ़ेगा। आंगतुकों की संख्या में वर्तमान की तुलना में दो से तीन गुना वृद्धि होगी। इससे क्षेत्र का विकास होगा और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। लोगों को आतिथ्य के क्षेत्र में प्रवेश करने का सुनहरा अवसर भी मिलेगा। साथ ही स्थानीय संस्कृति और व्यंजनों का भी प्रचार होगा। इन सभी अवसरों का लाभ लेने के लिए ज्यादा से ज्यादा सहभागिता की जरूरत है। यह बात मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड के संचालक मनोज कुमार सिंह ने जिले के देलावाड़ी में आयोजित की गई वर्कशॉप में कही। मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड एवं जिला पुरातत्व, पर्यटन एवं संस्कृति परिषद (डीएटीसीसी) द्वारा गुरुवार को रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म मिशन के तहत होमस्टे निर्माण, रोजगार की संभावना, स्थानीय संस्कृति एवं कला-शिल्प के प्रचार-प्रचार में संभावनाओं की जागरूकता को लेकर देलावाड़ी में वर्कशॉप आयोजित की गई। वर्कशॉप में संबोधित करते हुए बोर्ड के संचालक श्री सिंह ने बताया कि पर्यटन एवं संस्कृति विभाग के प्रमुख सचिव और मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड के प्रबंध संचालक शिव शेखर शुक्ला के निर्देश पर प्रदेश में रिस्पॉन्सिबल टूरिज्म मिशन का संचालन किया जा रहा है। इस मिशन के तहत होमस्टे योजना भी संचालित की जा रही है। जिले में देवीलोक के प्रस्तावित निर्माण से स्थानीय लोगों में उत्सुकता है। होमस्टे के जरिये लोगों को न सिर्फ अतिरिक्त आय अर्जित करने का मौका मिलेगा, बल्कि पर्यटकों को भी एक यादगार अनुभव प्रदान करेगा। यह होमस्टे पर्य़टकों को प्रकृति के करीब लाते हैं और हमारी संस्कृति से भी अवगत कराते हैं। वर्कशॉप में नायब तहसीलदार जयपाल उइके, वरिष्ठ जनप्रतिनिधि आशाराम यादव, मंडल अध्यक्ष प्रेमनारायण मीणा, एनआरएलएम के डीपीएम दिनेश बरफा, डीएटीसीसी के नोडल गौरव बंसल सहित सरपंच, जनप्रतिनिधि, स्वयं सहायता समूह, कृषि, राजस्व एवं उद्यानिकी विभाग के प्रतिनिधि शामिल हुए।