
सीहोर। जिला मुख्यालय के नजदीकी कुबेरेश्वर धाम पर कावड़ यात्रा में शामिल होने के लिए आए श्रद्धालुओं में से दो की और मौत हो गई। इससे पहले पांच श्रद्धालुओं की भी मौत हो चुकी है। पिछले तीन दिनों में मौत का आंकड़ा सात पर पहुंच गया है। सीहोर कोतवाली पुलिस ने आयोजन के लिए बाहर से आए 8 डीजे एवं उनके संचालकों पर एफआईआर दर्ज की है। तेज आवाज में डीजे बजाने, ध्वनि प्रदूषण फैलाने और हाईवे पर यातायात बाधित करने के आरोप में कोलाहल नियंत्रण अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज हुई है। इधर मामले ने राजनीतिक तूल भी पकड़ लिया है। पूर्व मंत्री सहित विधायकों ने आयोजन को लेकर सवाल उठाए हैं। प्रदेश के राजस्व मंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक करण सिंह वर्मा ने मामले में जांच की बात कही है।
दो और श्रद्धालुओं की हार्टअटैक से मौत-

कांवड़ यात्रा में तेज डीजे पर पुलिस का सख्त एक्शन-
सीहोर में आयोजित भव्य कांवड़ यात्रा में शामिल 8 डीजे संचालकों पर पुलिस ने कार्रवाई की है। तेज आवाज में डीजे बजाने, ध्वनि प्रदूषण फैलाने और हाईवे पर यातायात बाधित करने के आरोप में कोलाहल नियंत्रण अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। ये सभी डीजे देशभर से सीहोर पहुंचे थे। कांवड़ यात्रा के दौरान डीजे संचालकों ने निर्धारित सीमा से कई गुना ज्यादा आवाज पर साउंड सिस्टम बजाया। इसके चलते श्रद्धालुओं को असुविधा हुई और हाईवे पर भारी ट्रैफिक जाम लग गया। यात्रा मार्ग पर व्यवस्थाएं चरमरा गईं। प्रशासन ने शुरुआत में कोई कार्रवाई नहीं की, लेकिन अब पुलिस ने बड़ा कदम उठाया है। आयोजन के लिए देशभर से डीजे बुलाए गए थे।
इन डीजे ऑपरेटरों पर दर्ज हुआ मामला –

मौतें और अव्यवस्थाएं बनीं बड़ी चिंता-
दो दिन में यात्रा से जुड़े 7 श्रद्धालुओं की मौत ने आयोजन की व्यवस्थाओं की पोल खोल दी है। भीड़ नियंत्रण, प्राथमिक चिकित्सा और पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं का अभाव साफ देखा गया, लेकिन आज तक आयोजन के किसी भी जिम्मेदार अधिकारी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। पुलिस अधीक्षक दीपक शुक्ला के निर्देशन में कोतवाली थाना प्रभारी रविंद्र यादव और उनकी टीम ने कार्रवाई करते हुए सभी 8 डीजे वाहनों को जप्त किया। कार्रवाई में निरीक्षक, एसआई, एएसआई और आरक्षकों की अहम भूमिका रही।
मौतों पर सियासत, आयोजन पर उठ रहे सवाल-
कुबेरेश्वर धाम में हुई श्रद्धालुओं की मौतों पर सवाल भी उठने लगे हैं। मध्यप्रदेश की पूर्व मंत्री कुसुम महदेले ने सोशल मीडिया अकाउंट पर पंडित प्रदीप मिश्रा के आयोजन पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने पंडित मिश्रा से कहा कि रुद्राक्ष बांटना बंद करो। उन्होंने शासन से भी रुद्राक्ष वितरण पर अंकुश लगाने और हादसे रोकने की मांग की है। खंडवा से भाजपा विधायक कंचन तन्वे ने कहा है कि प्रदीप मिश्रा जी आप कथा करो, ये रुद्राक्ष मत बांटो। क्योंकि रुद्राक्ष बांटने के चक्कर में कई लोगों की ऐसे जान चली जाती है। लोग भगदड़ मचाते हैं। लोग कथा सुनें, लोगों को और आने वाली पीढ़ी को ज्ञान मिले। अमरपाटन से कांग्रेस विधायक राजेन्द्र कुमार सिंह ने कुसुम महदेले का समर्थन करते हुए कहा कि धर्म में ये आडंबर नहीं होना चाहिए। धर्म ज्ञान सिखाता है। आदमी को अच्छा इंसान बनना सिखाता है। धर्मगुरुओं का यही काम होना चाहिए कि लोगों को अच्छा इंसान बनाए। भाजपा विधायक उमाकांत शर्मा ने भी कहा है कि जो धार्मिक स्थान बनाए गए हैं वहां के प्रबंधकों को भी ध्यान देना चाहिए, केवल सरकार आधारित सुरक्षा नहीं हो सकती। ऐसे आयोजकों को इस पर ध्यान देना चाहिए। प्रदेश के राजस्व मंत्री एवं क्षेत्रीय विधायक करण सिंह वर्मा ने मामले में न्यायिक जांच की बात कही है।
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