
सीहोर। वैल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी भोपाल केे कोेठरी स्थित कैंपस में हॉस्टल छात्रों को फूड पाइजनिंग केे बाद अब स्वास्थ्य विभाग ने हॉस्टल के खाने के सैंपल लिए हैं। सैैंपल जांच के लिए भोपाल स्थित लैब में भेजे गए हैं। जांच रिपोर्ट के बाद कॉलेज प्रबंधन पर कार्रवाई तय मानी जा रही है। फिलहाल जांच रिपोेर्ट का इंतजार है।
वीआईटी भोपाल लगातार अपनी कार्यप्रणाली को लेकर चर्चाओं में रहता है। पिछले दिनोें जहां कॉलेज के हॉस्टल में छात्रों द्वारा हनुमान चालीसा पढ़ने पर विवाद हुआ था तो वहीं यहां केे घटिया खानेे और पानी के कारण छात्रों को फूड पायजनिंग हो गई थी। करीब 70 छात्रों को उल्टी-दस्त की शिकायत हो गई थी। जानकारी मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने कॉलेज कैंपस में ही शिविर लगातार इन बच्चों का इलाज किया था। इससे पहले भी कॉलेज प्रबंधन की हथधर्मिता के कारण यहां रहने वाले छात्रों कोे कई तरह की परेशानियोें का सामना करना पड़ा है।
कार्रवाई सेे क्यों किया जा रहा हैै परहेज-
कोठरी स्थित वीआईटी भोपाल कैंपस की लगातार कई शिकायतेें आ रही हैैं, लेकिन इसके बाद भी यहां पर कार्रवाई करनेे से परहेज किया जा रहा है। आखिर शासन-प्रशासन की ऐसी क्या मजबूरी है कि यहां के मामले में कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। पिछले दिनों एक वर्ग विशेेष द्वारा हॉस्टल में रहने वाले छात्रों की शिकायत कर दी गई थी कि वे यहां पर हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं। इसके बाद इस मामले की जांच के निर्देश भी दिए गए हैं, लेकिन जांच को लेकर अब तक कोई पहल नजर नहीं आई है।
रजिस्ट्रार का फोन आता रहा बंद-
इस संबंध में जब चर्चा करने के लिए वैल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी के रजिस्ट्रार केके नैयर को उनके मोबाइल पर फोन लगाया तो उनका फोन लगातार बंद आता रहा।
इनका कहना है-
वीआईटी के हॉस्टल में रहने वाले छात्रों को फूड पायजनिंग हो गई थी। इसके बाद उनका वहीं पर इलाज किया गया है। साथ ही हॉस्टल के खाने के सैंपल लेकर जांच के लिए भेजे गए हैं। जांच रिपोर्ट आनेे के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
– डॉ. सुधीर डेहरिया, सीएमएचओ, सीहोर