गर्मी में पानी की किल्लत, सीएम ने अलसुबह लगाई अफसरोें की क्लास
सीहोर नगर सहित कई स्थानोें पर नहीं हो रही पर्याप्त पानी की सप्लाई
भोपाल-सीहोर। भीषण गर्मी में भी प्रशासन लोगोें की प्यास नहीं बुझा पा रहा है। पानी की किल्लत कोे लेकर लगातार शिकायतेें मिलने केे बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौैहान ने सोमवार कोे सुबह 6.30 बजे ही पीएचई विभाग सहित भोपाल संभाग के कमिश्नर, सीहोेर जिला कलेक्टर सहित अन्य अधिकारियोें की क्लास लगा दी। सीहोेर नगर सहित जिलेभर में पानी की भारी किल्लत हो रही है। इसके अलावा प्रदेश के अन्य हिस्सोें में भी पानी की उपलब्धता प्रशासन नहीं करवा पा रहा है। इसको लेकर मुख्यमंत्री सख्त हैं और उन्होंने सुबह से ही अधिकारियों की बैठक बुलाकर स्पष्ट कर दिया है कि वे लोगों की समस्याओं से कोई समझौता नहीं करेंगे। इससे पहले सीएम शिवराज सिंह चौैहान देर रात बुधनी विधानसभा के नसरूल्लागंज से सड़क मार्ग से मुख्यमंत्री निवास पहुंचे थे। देर रात ही अधिकारियोें को फरमान जारी हो गया था कि वेे सुबह मुख्यमंत्री निवास पहुंचे।
सीहोर नगर में हो रही चार-पांच दिनों में सप्लाई-
सीहोर नगर में गर्मी के कारण पर्याप्त पानी की उपलब्धता नहीं हो पा रही है। चार-चार, पांच-पांच दिनोें के अंतराल से पानी दिया जा रहा है। इसी तरह सीहोर जिले के अन्य हिस्सों में भी बोल्डेज की दिक्कतोें के कारण पानी नहीं मिल पा रहा है। नल-जल योजना का पानी भी लोगों के घरोें तक नहीं पहुंच पा रहा है। किसानोें को मूंग की फसलों में भी पानी की पर्याप्त उपलब्धता नहीं हो पा रही है। इसके पीछे पर्याप्त बिजली का न मिलना है। इसकी शिकायतें भी मुख्यमंत्री तक पहुंची।
सुबह 6.30 बजे सीएम हाउस में बुलाई बैठक-
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सुुबह मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी, पीएस पीएचई मलय श्रीवास्तव, एमडी जल निगम तेजस्वी नायक, कमिश्नर भोपाल गुलशन बामरा, ईएनसी पीएचई, सीहोर कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर सहित संबंधित अधिकारियों की बैैठक ली। इसमें उन्होंने पेयजल की स्थिति कोे लेकर जहां चिंता जाहिर की तोे वहीं अधिकारियोें को निर्देश दिए कि गर्मी केे दिनोें मेें भी अमला पर्याप्त पानी नहीं पहुंचा पा रहा है। ये बेहद गंभीर स्थिति है। उन्होंने कहा कि आने वाले गर्मी के मौसम में प्रदेश में पेयजल और पानी की सुचारू सप्लाई की जाए। मैदान मेें सुधार की जरूरत है, अधिकारी सिर्फ अच्छे कार्योें केे फोटोे ही नहीं खिंचवाएं, वे स्थितियोें से भी अवगत कराएं। मुख्यमंत्री ने कहा कि वोल्टेज की समस्या के कारण पानी नही दें पाना चिंताजनक है। विद्युत विभाग से समन्वय कर जल उपलब्ध कराएं।
ये मेरे मन की तकलीफ है-
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अधिकारियों कोे स्पष्ट कर दिया है कि यदि प्रदेश की जनता पानी सहित अन्य मूलभूत जरूरतोें सेे परेेशान होगी तोे वे अधिकारियोें को चैन से नहीं बैठनेे देेंगे। उन्होंने बैठक में अधिकारियोें से कहा कि मेेरे मन में तकलीफ है कि लोगों को पानी समय पर नहीं मिल पा रहा। लोगों तक समय पर पानी की आपूर्ति करना अधिकारियोें का कर्तव्य है औैर वे अपनी ड्यूटी पूरी नहीं कर रहे हैैं। यदि कोई समस्या हो तो समय पर अवगत कराएं। जितने संसाधन हैं उसका पूरा उपयोेग करेें औैर लोगोें तक समय पर पानी पहुंचाएं। जहां पर पानी की किल्लत है वहां पर पानी का परिवहन कराएं, ताकि लोगोें कोे समय पर पेेयजल उपलब्ध होे सके। पीएचई विभाग के अधिकारियोें की ड्यूटी है कि पानी हर घर में उपलब्ध हो। समस्याग्रस्त इलाकों में टेम्पररी और स्थायी समाधान के प्रयास किए जाएं। जल जीवन मिशन की योजनाओं का आकलन कर सुधार करें।
ग्राउंड लेवल तक अमले को अलर्ट मोड पर रखें-
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मैदानी स्तर का अमला सक्रिय नहीं है, इसलिए ग्राउंड लेवल तक के अमले को अलर्ट मोेड पर रखें। यदि अमला कम है तोे उसकी आवश्यकतानुसार पूर्ति करें। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि लो प्रेशर बिजली के कारण टंकियों में पानी नहीं भर पाने जैसी समस्याओं और गैप्स को चिन्हित कर तत्काल समाधान किया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारीगण मैदानी स्तर की केवल अच्छी पिक्चर ही नहीं दिखाए, समस्याओं की भी जानकारी दें। समस्याओं का समाधान करना और आवश्यक समन्वय कर हल निकालना हमारी जिम्मेदारी और धर्म भी है।
एक्शन प्लान बनाएं, शाम को फिर बैठेंगे-
मुख्यमंत्री ने बैठक में उपस्थित अधिकारियोें को निर्देेश दिए हैैं कि वे दिए गए निर्देशों का पूरा वर्कआउट करें, इसका एक्शन प्लान बनाएं और शाम तक मेेरे समक्ष रखेें। मुख्यमंत्री श्री चौैहान ने शाम को ग्रामीण विकास, नगरीय विकास, ऊर्जा विकास के प्रमुख अधिकारी को भी निर्देेश दिए हैैं कि वे भी पूरा वर्क आउट कर आएं। शाम को स्थिति की समीक्षा के साथ ही स्थितियोें पर बैठकर चर्चा की जाएगी।