रेहटी। बुधनी से संदलपुर तक बनने वाले नेशनल हाईवे 146बी के पहले चरण में बुधनी से भैरूंदा तक सड़क निर्माण का कार्य चल रहा है। इसको लेकन जमीनों का अधिग्रहण भी हो चुका है, लेकिन कई किसान ऐसे हैं, जिन्होंने इस अधिग्रहण का विरोध करते हुए मुआवजा राशि अब तक नहीं ली है, लेकिन अब नेशनल हाईवे अथॉरिटी द्वारा इन किसानों से भी जबरदस्ती जमीनें ली जा रही हैं। पिछले दिनों रेहटी तहसील के ओंडिया के किसान राजेश कुमार अरोरा के खेत में खड़ी फसल पर जेसीबी चलाकर जमीन अधिग्रहित की गई है, जबकि अब तक इन्होंने मुआवजा राशि नहीं ली है। अधिग्रहण से पहले होने वाली जरूरी औपचारिकताएं भी पूरी नहीं की गई हैं। न तो अधिग्रहित जमीन पर चीरे लगाए गए और न ही उसका सीमाकंन किया गया। ऐसे में किसान ने फसल की बोबनी कर दी, लेकिन अब खड़ी फसल पर जेसीबी चलाकर जबरदस्ती जमीन अधिग्रहित कर ली गई है।
मुआवजा राशि से किसान असंतुष्ट –
नेशनल हाईवे 146बी के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी द्वारा जो मुआवजा राशि दी गई है उससे किसान बेहद असंतुष्ट नजर आ रहे हैं। कई किसानों ने इसको लेकर आपत्तियां भी लगाईं हैं तो वहीं कई किसान हाईकोर्ट की शरण में भी गए हैं। हालांकि बुधनी से भैरूंदा तक सड़क निर्माण का कार्य शुरू हो चुका है एवं बुधनी से सलकनपुर, भैरूंदा के बीच में कई जगह सड़क निर्माण हो भी चुका है। बताया जा रहा है कि इस दौरान भारत माला प्रोजेक्ट को लेकर भी कवायद शुरू हुई है, इसके चलते भी निर्माण कार्य में लेटलतीफी हो रही है।
इनका कहना है
बुधनी से भैरूंदा तक नेशनल हाईवे का कार्य चल रहा है। इसके लिए अवार्ड भी हो चुका है। किसानों के खातों में मुआवजा राशि भी डाल दी गई है। किसान राजेश कुमार अरोरा को भी मुआवजा के लिए कहा गया है, लेकिन उन्होंने अब तक मुआवजा नहीं लिया है। इसके लिए उनसे चर्चा भी की गई है। सिर्फ एक किसान के कारण कार्य में अड़चनें आ रही हैं। भूमि अधिग्रहण नियमानुसार ही किया गया है।
– दिनेश सिंह तोमर, एसडीएम, बुधनी
– विक्रम मस्ताल शर्मा, कांग्रेस नेता, बुधनी विधानसभा
हमारी एक एकड़ में खड़ी गेहूं की फसल पर जेसीबी मशीन चलाकर फसल पूरी तरह से नष्ट कर दी गई है। अधिग्रहण से पहले न तो जमीन का सीमांकन किया गया एवं न ही वहां पर चीरे लगाए गए। हमारे द्वारा अब तक मुआवजा राशि भी नहीं ली गई है। मुआवजा राशि भी बेहद कम दी जा रही है। हमारी जमीन का जबरदस्ती अधिग्रहण किया गया है।
– जतिन अरोरा, किसान पुत्र, ओंडिया