मां-बाप रिश्ते से सहमत नहीं थे, तो युवती ने रची फर्जी अपहरण की साजिश, लेकिन हो गया खुलासा

सीहोर जिले की कोतवाली और आष्टा थाना पुलिस ने किया तीन घंटे से भी कम समय में खुलासा

सीहोर। सीहोर की कोतवाली और आष्टा थाना पुलिस ने एक ऐसे अपहरण का पर्दाफाश किया है, जिसमें युवती द्वारा खुद के फर्जी अपहरण की साजिश रची। युवती एक युवक से प्रेम विवाह करना चाहती थी, लेकिन माता-पिता इस रिश्ते से सहमत नहीं थे तो युवती ने अपने अपहरण की साजिश रच डाली, लेकिन सीहोर की कोतवाली पुलिस एवं आष्टा थाना पुलिस ने 3 घंटे से भी कम समय में इस फर्जी अपहरण का पर्दाफाश कर दिया।
जानकारी के अनुसार दिनांक 10 जून 2024 को फरियादी महेश विश्वकर्मा निवासी कुरावर थाना जावर वर्तमान निवास सेमनरी रोड आष्टा ने थाना आष्टा पर सूचना दी कि उसकी बेटी अपनी सहेली के साथ शाम 4 बजे पंकज राव सर के पास संगीत क्लास गई थी। करीब साढे छः बजे जब वह अपनी सहेली के साथ वापस आ रही थी, तभी जितेन्द्र शर्मा के घर के पास दो अज्ञात लड़के अपनी मोटरसाइकिल से आए और सहेली को धक्का दिया और जबरदस्ती मेरी बेटी का मुंह पकड़कर गाड़ी पर बैठाकर ले गए। अपहरण के मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक सीहोर मयंक अवस्थी ने तत्काल पुलिस थानों को निर्देशित किया। इसके बाद नगर पुलिस अधीक्षक निरंजन सिंह राजपूत के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी कोतवाली गिरीश दुबे के नेतृत्व में टीम गठित की गई। पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरा खंगाले गए तथा साइबर टीम द्वारा विभिन्न जानकारियां जुटाई गई। इसके बाद दबिश देकर अपहर्ता को उसके पुरूष मित्र के घर सीहोर से बरामद किया गया। युवती से बात करने पर पता चला कि लड़का आयुष विश्वकर्मा और युवती पूर्व से एक दूसरे के परिचित हैं और एक दूसरे से मोबाइल पर बातचीत करते थे। माता-पिता रिश्ते से सहमत नहीं होने के कारण युवती ने यह स्वांग रचा था और अपहरण की योजना बनाई। उक्त घटना की पुष्टि लड़का और लड़की की व्हाट्सअप चैट से भी हुई है।

पुलिस ने ऐसे की मामले की छानबीन –
उक्त मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी ने अज्ञात लड़कों से उक्त बालिका को बरामद करने के लिए पुलिस कंट्रोल रूम से जिले के समस्त थानों व आसपास के जिलों की पुलिस को सूचित कर नाकाबंदी करने के निर्देश दिए एवं सायबर सेल व सोशल मीडिया के माध्यम से आम जनता से किसी प्रकार की सूचना मिलने पर पुलिस को सूचित करने की अपील की गई। पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी के निर्देशन, एएसपी गीतेश गर्ग, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस आष्टा आकाश अमलकर, नगर पुलिस अधीक्षक निरंजन सिंह राजपूत के मार्गदर्शन में जिले में अलग-अलग पुलिस टीम गठित कर घटनास्थल के आसपास सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इसमें दिख रहे हुलिया के संदेहियों की तलाश शुरू की गई एवं उनकी जानकारी अन्य टीमों से साझा की गई। सीसीटीवी फूटेज एवं तकनीकी सहायता से प्राप्त जानकारी के आधार पर नगर पुलिस अधीक्षक निरंजन सिंह राजपुत एवं थाना प्रभारी कोतवाली गिरीश दुबे, उनि मनोज मालवीय सहित थाना कोतवाली जिला सीहोर की टीम द्वारा सीहोर से उक्त अपहृत बालिका व अज्ञात मोटर सायकल सवारों को आयुष विश्वकर्मा पिता नवल विश्वकर्मा निवासी अंबेडकर नगर सीहोर के घर से बरामद किया गया। उक्त अपहृता युवती और आयुष विश्वकर्मा व तनिष्क को पुलिस अभिरक्षा में लेकर अग्रिम कार्यवाही की जा रही है।

शादी करना चाहते थे, लेकिन परिजन नहीं थे सहमत –
दरअसल युवती और उनका पुरुष मित्र शादी करना चाहते थे, लेकिन परिजन इस शादी से सहमत नहीं थे। इसके बाद अपहर्ता लड़की ने अपने दोस्त के साथ खुद के ही अपहरण की कहानी गढ़ी। लड़की के पुरूष मित्र ने अपने दोस्त के साथ अपनी बाइक से अपहरण की झूठी कहानी को अंजाम दिया। दोनों एक-दूसरे को पहले से जानते हैं और पसंद करते हैं। मोबाइल फोन के माध्यम से कई दिनों से संपर्क में थे। बालिग होने पर अपहरण की कहानी गढ़कर घर से दूर जाकर शादी करने की तैयारी में थे, लेकिन उससे पहले ही उनकी कारगुजारी पुलिस के सामने खुल गई।

इनकी रही अहम भूमिका –
अपहरण का खुलासा करने में टीम थाना आष्टा जिला सीहोर के एसआई दिनेश यादव, अजय जोझा, अपर्णा भट्ट, सुरेश परमार, धर्मेन्द्र, अमन, राहुल,
टीम थाना कोतवाली जिला सीहोर से एसआई मनोज मालवीय, एएसआई हिरेश सोनी, राकेश अहिरवार, विक्रम जाट, सतीश, मुकेश सोनी का सराहनीय योगदान रहा।