पानी का तो खूब कर रहे उपयोग, अब बिल भरने में छूट रहे पसीने
रेहटी। प्रदेश सरकार द्वारा घर-घर पानी पहुंचाने के लिए नल-जल जैसी महत्वाकांक्षी योजना चलाई जा रही है। इस योजना के तहत सीहोर जिले की भैरूंदा जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत सोयत में भी घर-घर तक नल कनेक्शन दिए गए हैं। ग्राम पंचायत सोयत में करीब 170 से अधिक घरों में नल कनेक्शन लगाए गए हैं। हालांकि वर्तमान में करीब 80 घरों तक नल-जल योजना का पानी पहुंच रहा है और बाकी घरों के कनेक्शन फिलहाल बंद हैं। ग्राम पंचायत सोयत में लोग नल-जल योजना के पानी का तो भरपूर उपयोग कर रहे हैं, लेकिन इसका प्रतिमाह बिल भरने में अब लोगों के पसीने छूट रहे हैं। योजना के तहत प्रतिमाह प्रति घर से 100 रूपए का चार्ज है। वर्षभर में 1200 एक घर का बिल होता है, लेकिन ये बिल भी ग्रामवासियों द्वारा नहीं भरा जाता है।
पंचायत पर पड़ रहा भार-
नल-जल योजना के तहत जल निगम द्वारा ग्राम पंचायत सोयत में पानी पहुंचाया जाता है। इसका करीब 4 हजार रूपए प्रतिमाह जल निगम का किराया होता है। इसके अलावा दो कर्मचारियों द्वारा प्रतिदिन नल खोलने का कार्य किया जाता है। नलों की टूट-फूट सहित अन्य खर्चे भी हैं, लेकिन ये सभी खर्चे ग्राम पंचायत को वहन करना पड़ता है। ऐसे में पंचायत पर भी इसका अतिरिक्त भार आता है।
अब स्व-सहायता समूह को सौंपी वसूली की जिम्मेदारी-
ग्राम पंचायत सोयत में नल-जल योजना वर्ष 2018-19 से चल रही है, लेकिन कई लोगों ने आज तक एक रूपए भी जमा नहीं किया। पंचायत पर भी जल निगम का 2 लाख से अधिक का बकाया हो गया है। ऐसे में अब ग्राम पंचायत द्वारा गांव के ही एक स्व-सहायता समूह को बिलों की वसूली की जिम्मेदारी सौंपी है। समूह द्वारा कई घरों से बिलों की वसूली की गई है। इस वसूली में से एक हिस्सा स्व-सहायता समूह भी रखता है एवं बाकी राशि इस कार्य में खर्च की जाती है।
इनका कहना है-
ग्रामीणों के घरों तक पेयजल पहुंचाने के लिए नल-जल योजना चल रही है। हम प्रयास कर रहे हैं कि योजना का लाभ लोगों को मिले और उनसे इसकी वसूली भी हो।
– हरिओम इवने, सरपंच, ग्राम पंचायत सोयत
नल-जल योजना के तहत ग्राम पंचायत में घर तक पानी पहुंचाने का कार्य किया जा रहा है, लेकिन वसूली नहीं हो पाती है। हमारी कोशिश है कि शत-प्रतिशत वसूली हो, ताकि आगे भी योजना का लाभ ग्रामीणों को मिलता रहे।
– हरिदास बैरागी, सचिव, ग्राम पंचायत सोयत