छोटे भाई ने दी थी बड़े भाई को मारने की सुपारी, हत्यारों ने भतीजे को मार डाला

रेहटी पुलिस ने किया अंधे कत्ल का पर्दाफाश, चार आरोपियों को भी किया गिरफ्तार

रेहटी। सीहोर जिले की रेहटी थाना पुलिस ने एक ऐसे हत्या के मामले का खुलासा किया है, जिसमें एक भाई ने ही भाई को मारने की सुपारी दी थी। इसमें हत्यारों ने बाहर सो रहे भाई के लड़के को ही मार डाला। इस अंधे कत्ल के मामले का खुलासा रेहटी थाना पुलिस ने किया है। हत्या का खुलासा करते हुए एसडीओपी बुधनी शशांक गुर्जर ने बताया कि रेहटी थाना पुलिस को फरियादिया रानू बाई पति नरेंद्र मंडलोई भिलाला उम्र 45 वर्ष निवासी गांव खनपुरा सेमरी ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उनका बेटा रोशन मंडलोई घर के बाहर रात में पलंग पर सो रहा था। इस दौरान तेज पटाखे चलने जैसी आवाज आई। इसके बाद जब परिजन घर से बाहर निकले तो एक मोटरसाइकिल पर तीन लड़के तेजी से भागते नजर आए। रोशन मंडलोई के सिर में से खून भी निकल रहा था। इसके बाद पड़ोसियों की मदद से वे रोशन मंडलोई को लेकर रेहटी अस्पताल पहुंचे। यहां पर डॉक्टरों ने रोशन मंडलोई को मृत घोषित कर दिया। इस खुलासे के बाद पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी ने पुलिस टीम को पुरस्कृत करने की भी घोषणा की है।
20 हजार में थी दी भाई को मारने की सुपारी-
एसडीओपी शशांक गुर्जर ने बताया कि इस हत्या को लेकर पुलिस अधीक्षक द्वारा दिए गए निर्देश के बाद रेहटी थाना प्रभारी राजेश कहारे के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया। पुलिस टीम ने इस मामले में हर पहलू पर जांच की। जांच पड़ताल के बाद पुलिस आरोपियों तक पहुंची। आरोपियों से पूछताछ में सामने आया कि नारसिंह पिता किशन मंडलोई निवासी खनपुरा सेमरी ने अपने भाई नरेंद्र मंडलोई को मारने के लिए 20 हजार की सुपारी दी थी। पुलिस ने आरोपी नारायण पिता रामू केवट निवासी अर्जुन नगर औबेदुल्लागंज, अभिषेक पिता राकेश केवट निवासी अर्जुन नगर औबेदुल्लागंज, एक अन्य बाल अपराधी सहित सुपारी देने वाले भाई नारसिंह मंडलोई को भी गिरफ्तार किया है। पुलिस ने घटना के लिए उपयोग की गई मोटरसाइकिल एवं देसी कट्टा भी जप्त किया है। रेहटी पुलिस की इस कार्रवाई में थाना प्रभारी राजेश कहारे, एसआई दीपक सर्राटी, एसआई नंदराम अहिरवार, बीएस सिकरवार, सुमेर सिंह, लवकेश जाट, अभिषेक यादव, रामू उइके, सुबोध सिंह, प्रवीण, विकास नागर, संतोष, विजय यादव, मांगीलाल, सुशील साल्वे, साइबर सेल टीम एवं नगर सुरक्षा समिति के सदस्य बलराम सिसोदिया की सराहनीय भूमिका रही।
पिता शादी में गए थे, बेटे को ही उतार दिया मौत के घाट-
छोटे भाई नारसिंह मंडलोई पिता किशन मंडलोई निवासी खनपुरा सेमरी ने अपने बड़े भाई नरेंद्र मंडलोई की हत्या करने के लिए औबेदुल्लागंज के तीन युवकों को 20 हजार की सुपारी दी थी। हत्यारों को भाई को मारने के लिए भेजा था, लेकिन घटना वाले दिन नरेंद्र मंडलोई किसी शादी समारोह में शामिल होने के लिए बाहर गया हुआ था। उनकी जगह पर उनका बेटा रोशन मंडलोई उम्र करीब 14 वर्ष बाहर सोया हुआ था। आरोपी रात में पल्सर मोटरसाइकिल से आए और उन्होंने बाहर सो रहे रोशन मंडलोई के सिर पर देशी कट्टे से बार कर दिया। देशी कट्टे की तेज आवाज जब अंदर सो रहे परिजनों ने सुनी तो वे तुरंत बाहर आए। इस दौरान तीनों आरोपी अपनी मोटरसाइकिल से भाग गए।
आठवी कक्षा में पढ़ता था रोशन-
नरेंद्र मंडलोई के चार बच्चों में से दूसरे नंबर का रोशन कक्षा आठवी में पढ़ता था। वे दो भाई और दो बहन थे। रोशन से बड़ी बहन कक्षा नवमीं में पढ़ती थीं और दोनों भाई-बहन साथ में ही स्कूल जाते थे। रोशन की कम उम्र में ही हेल्थ, हाईट अच्छी थी। वह पढ़ाई में भी अच्छा था और उसका पूरा फोकस हमेशा पढ़ाई में ही रहता था, लेकिन हत्यारों ने उसे मौत के घाट उतार दिया।