राजनीतिक

BJP में शामिल हुए हाबी धालीवाल और माही गिल

चंडीगढ़। पंजाब विधानसभा चुनाव में भाजपा गठबंधन भी तेजी के साथ मजबूत हो रहा है। मतदान से 13 दिन पहले भाजपा ने पंजाब में तीन बड़े चेहरों को अपने पाले में कर लिया। प्रदेश प्रभारी और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की उपस्थिति में सोमवार को जानी-मानी फिल्म अभिनेत्री माही गिल और पंजाब के प्रसिद्ध कलाकार हॉबी धालीवाल ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। शेखावत ने कहा कि दोनों हस्तियां मोदीजी के विजन से प्रभावित होकर जनसेवा के उद्देश्य से सक्रिय राजनीति में आई हैं। गिल ने कहा कि 'मैं लड़कियों के लिए कुछ करना चाहती हूं। मैं लड़कियों से संबंधित मुद्दे उठाना चाहती हूं। अब मुझे अपना काम करने का माध्यम मिल गया है।'

कांग्रेस की बागी नेत्री दमन बाजवा ने भी बीजेपी की सदस्यता ले ली। चंडीगढ़ स्थित पार्टी कार्यालय में दामन ने भाजपा जॉइन की। कांग्रेस ने उनका सुनाम सीट से टिकट काट दिया है। जिसके बाद से दमन नाराज चल रही थीं। उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया था और नामांकन दाखिल कर दिया था। हालांकि, बाद में उन्होंने नामांकन वापस ले लिया था। एक दिन पहले दमन बाजवा के घर बीजेपी नेता गजेंद्र सिंह शेखावत पहुंचे थे। जिसके बाद से कयास लगाए जाने लगे थे कि दमन जल्द ही भाजपा में शामिल हो सकती हैं।

कौन हैं माही गिल
माही गिल का असली नाम रिंपी कौर गिल है। वे चंडीगढ़ में रहती हैं और पंजाबी परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उन्होंने बॉलीवुड और पंजाबी इंडस्ट्री की कई फिल्मों में काम किया है। माही पहली बार साल 2003 में फिल्म ‘हवाएं’ में नजर आई थीं। लेकिन, उन्हें 2009 में रिलीज हुई अनुराग कश्यप की फिल्म ‘देव डी’ से पहचान मिली। उन्होंने ‘साहेब बीवी और गैंगस्टर’, दबंग, पान सिंह तोमर, दबंग 2, साहेब बीवी और गैंगस्टर्स रिटर्न्स, जंजीर, बुलेट राजा, साहेब बीवी और गैंगस्टर 3, दुर्गामती और दूरदर्शन जैसी फिल्मों में काम किया। इसके अलावा, उन्होंने पंजाबी और तेलुगू फिल्मों में भी काम किया है। माही गिल ने अब राजनीति में कदम रखा है। 

कौन हैं धालीवाल?
एक्टर कमल धालीवाल को 'हॉबी धालीवाल' के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने थाना सदर, जिंदे मेरिए धालीवाल, अंग्रेज, पंजाबियां दा किंग बलराज सिंह, साब बहादर और अन्य पंजाबी फिल्मों में काम किया है। धालीवाल ने कहा कि मुझे अफसोस है कि पंजाब को बहुत सारी नीतियों का फायदा नहीं मिल पा रहा है । मैं चाहता हूं कि भाजपा की नीतियां लागू हों। 

कौन हैं दामन बाजवा?
दमन बाजवा युवा कांग्रेसी नेत्री रही हैं। सुनाम हल्के के मतदाताओं में अच्छी पकड़ है। कांग्रेस से टिकट नहीं मिला तो उन्होंने निर्दलीय नामांकन कर दिया था। बाद में नामांकन वापस ले लिया। दमन इस इलाके में काफी समय से सक्रिय हैं। कांग्रेस ने सुनाम से अमरगढ़ के विधायक सुरजीत सिंह धीमान के बेटे जसविंदर धीमान को टिकट दिया है। जिसके बाद से दमन गुस्से में हैं। सुनाम में अब कांग्रेस का विरोध कर रही हैं। अकाली दल विरोध का लाभ उठाना चाहता था, मगर अब दमन के भाजपा में आने से समीकरण बदले नजर आ रहे हैं।

1997 के बाद पहली बार भाजपा और शिअद अलग-अलग
1997 के विधानसभा चुनावों के बाद ऐसा पहली बार है कि भाजपा अपने पूर्व सहयोगी शिरोमणि अकाली दल के बिना पंजाब में चुनाव लड़ रही है। अकाली दल पहले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की सहयोगी पार्टी थी। हाल ही में निरस्त किए गए कृषि कानूनों पर असहमति बनने के बाद शिअद ने भाजपा से गठबंधन तोड़ लिया था। भाजपा ने इस बार कैप्टन अमरिंदर सिंह की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस और सुखदेव सिंह ढींडसा की पार्टी शिअद (संयुक्त) के साथ गठबंधन किया है।

पंजाब में 20 फरवरी को मतदान, 10 मार्च को नतीजे आएंगे
पंजाब में 20 फरवरी को मतदान होना है और 10 मार्च को नतीजे आएंगे। नामांकन की एक फरवरी को आखिरी तारीख है। 4 फरवरी तक नाम वापस लिए जा सकते हैं। 2017 के चुनाव में कांग्रेस ने 77 सीटें जीतकर राज्य में पूर्ण बहुमत हासिल किया था और 10 साल बाद शिअद-भाजपा सरकार को बाहर कर दिया।

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