राजनीतिक

 पीएम मोदी को हराने के लिए एक मजबूत विचारधारा की जरुरत जो कांग्रेस दे सकती : राहुल गांधी

नई दिल्ली । कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने ‘भारत जोड़ो यात्रा’ को उम्मीद से ज्यादा सफल बताकर कहा है कि इस यात्रा के द्वारा वह देश को जोड़ने और नफरत तथा हिंसा के माहौल को मिटाना चाहते हैं एवं उन्हें लगता है कि इस लक्ष्य पर सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। राहुल गांधी ने शनिवार को कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में कहा कि इस यात्रा से उन्होंने बहुत कुछ नया सीखा है। यात्रा के दौरान भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने उनकी जो आलोचना की है उससे भी उन्हें सीख मिली है इतनी ही नहीं इससे उनकी बुनियादी सोच इससे और मजबूत हुई है।
उन्होंने कहा कि इस यात्रा के द्वारा वह देशवासियों को जीने का नया तरीका देना चाहते हैं लेकिन यह तरीका लोगों तक नहीं पहुंचे इसके लिए भाजपा और आरएसएस उन्हें बदनाम करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह सच्चाई के मार्ग पर चल रहे हैं वह जानते हैं कि सच्चाई को कोई भी दुष्प्रचार छिपा और मिटा नहीं सकता है। उनका कहना था कि अब तक करीब 5000 करोड़ उन्हें बदनाम करने के प्रचार पर खर्च हो चुके हैं लेकिन इससे उन पर कोई फर्क नहीं पड़ रहा है और यदि इस काम पर और भी खर्च करे तब भी कोई फर्क पड़ने वाला नहीं है।
विपक्षी नेताओं को लेकर राहुल गांधी ने कहा कि पूरा विपक्ष एक साथ खड़ा है और भारत जोड़ो यात्रा में जो शामिल होना चाहते हैं उनका वह स्वागत होगा। भारत को जोड़ने की जो बात नहीं करता है नफरत और हिंसा पलानी पर विश्वास करते हैं वे लोग यात्रा में उनके साथ नहीं चल सकते हैं।
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव और बहुजन समाज पार्टी सुप्रिमो मायावती के साथ उन्होंने वैचारिक रिश्ता बताकर कहा कि ये सब देश में हिंसा और नफरत के माहौल के विरुद्ध हैं लेकिन कहा कि सपा की सोच कांग्रेस की तरह राष्ट्रीय स्तर की नहीं है। उनका विचार केरल तमिलनाडु बिहार या अन्य राज्यों में नहीं चल पाएगा लेकिन उत्तरप्रदेश में उनका विचार चल रहा है इसकारण राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा से लड़ने का एकमात्र विकल्प कांग्रेस और इसकी विचारधारा है।
सुरक्षा प्रोटोकॉल तोड़ने संबंधी नोटिस को लेकर सवाल पर उन्होंने कहा मैं भारत जोड़ो यात्रा कर रहा हूं और वे चाहते हैं कि मैं बुलेटप्रूफ गाड़ी में बैठकर यात्रा करुं और यह संभव नहीं है लेकिन यदि उनका कोई नेता बुलेटप्रूफ गाड़ी से रोड शो के दौरान बाहर आता है तब वहां कोई सुरक्षा प्रोटोकॉल का मसला नहीं आता है। मतलब मेरे लिए और उनके नेताओं के लिए दो अलग-अलग प्रोटोकॉल है। भारत जोड़ो यात्रा में मैं पैदल चल रहा हूं तब इसमें बुलेटप्रूफ गाड़ी में जाना संभव ही नहीं है इसकारण यह आरोप गलत है कि राहुल गांधी सुरक्षा प्रोटोकॉल तोड़ रहे हैं।
विपक्षी एकता और चुनाव जीतने पर इसके असर को लेकर पूछे सवाल पर राहुल गांधी ने कहा कि जमीनतौर पर वह जो कुछ देख रहे हैं और उस समझ रहे हैं उसे देख कर वह कह सकते हैं कि माहौल अनुकूल है और यदि विपक्ष साथ-साथ चलेगा तब चुनाव जीतना बहुत आसान होगा। 
उन्होंने कहा भाजपा और कांग्रेस कभी एक नहीं हो सकते है। अगर दोनों में एक होने की संभावना होती तब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी कभी कांग्रेसमुक्त भारत की बात ही नहीं करते। भाजपा से पुरानी और वैचारिक लड़ाई है इसलिए दोनों कभी एक नहीं हो सकते। पूरा देश एक विचारधारा के कब्जे में है और उस विपक्ष की एकजुटता से भी नहीं हराया नहीं जा सकता है। इस हराने के लिए एक पूरी विचारधारा की जरूरत है यह सिर्फ कांग्रेस ही कर सकती है जो पूरे देश में अपनी विचारधारा के साथ लड़ रही है।
बीजेपी को काउंटर करने का तरीका प्रधानमंत्री पद के चेहरे के बारे में पूछने पर कांग्रेस नेता ने कहा मेरा मुख्य ध्यान अभी अखंड भारत के लिए है हमें नफरत के खिलाफ लड़ना चाहिए। मेरा ध्यान केवल भारत को एकजुट करने पर है। उन्होंने कहा कि कई समान विचारधारा वाले दल चाहते हैं कि भारत में सद्भाव बना रहे। मुझे पता है कि अखिलेशजी और मायावतीजी भारत को नफरत से मुक्त करना चाहते हैं और देश में सद्भाव चाहते हैं।
राहुल ने कहा कि भाजपा को हराने के लिए वैचारिक ढांचा होना चाहिए और यह केवल कांग्रेस ही दे सकती है। उन्होंने कहा उदाहरण के लिए यूपी में समाजवादी पार्टी की स्थिति है लेकिन केरल और कर्नाटक में इसका विचार काम नहीं करेगा। केवल कांग्रेस ही विपक्षी नेताओं का सम्मान देकर एक राष्ट्रीय दृष्टि दे सकती है। 
इस दौरान राहुल गांधी ने दावा किया है कि मध्य प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की एकतरफा जीत होगी। पत्रकार के सवाल पर राहुल ने दावा किया कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस क्लीन स्वीप करेगी और बीजेपी बुरी तरीके से हारेगी। उनका यह बयान महत्वपूर्ण है क्योंकि एक दिन पहले ही एमपी के पूर्व सीएम कमलनाथ ने राहुल को अगले लोकसभा चुनावों में प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बताया था।
राहुल ने दावा किया कि मैं आपको एक बात लिखकर देता हूं। कांग्रेस मध्य प्रदेश के चुनाव को जीतेगी। बीजेपी वहां दिखाई नहीं देगी। एमपी में तूफान आया हुआ है। हर कोई जानता है कि बीजेपी ने वहां पैसा देकर सरकार बनाई है। इस लेकर पूरा प्रदेश गुस्से में है। 

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