बिहार में ‘जंगल राज’ की वापसी को नीतीश ने नकारा, बोले- ‘जनता राज’ है
पटना । बिहार में सुशासन बाबू के राज में फिर अपराधियों बढ़ते हौंसले को लेकर विपक्ष के आरोपों को नकारते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश में ‘जंगल राज’ की वापसी के विपक्ष के आरोप को खारिज करते हुए कहा कि यहां ‘जंगल राज’ नहीं ‘जनता राज’ चल रहा है। उन्होंने कहा, ‘अगर यहां कोई घटना हुई है तो आप जरा बता दीजिये कि इस दुनिया में कोई देश या राज्य है जहां पर कोई आपस में झंझट नहीं करता। कुछ अलग सोच वाले हैं और हमलोग काम करने वाले हैं। समाज के हर तबके को एकजुट करना हमारा दायित्व है।’
विपक्षी एकता पर दिल्ली के दौरे से लौटे नीतीश गया में आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए। वहां से पटना वापसी पर हवाई अड्डे पर पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, ‘दिल्ली में जिन लोगों से मुझे मिलना था, उन सभी से मुलाकात हुई। राहुल गांधी से भी बहुत अच्छी बातचीत हुई। सोनिया गांधी अभी देश से बाहर हैं, वे जब दिल्ली आ जाएंगी तो हम उनसे मिलने जाएंगे। कांग्रेस के अलावा भाकपा, माकपा, भाकपा माले समेत अन्य पार्टियों के नेताओं से बात हुई।
राजग से अलग होने का हमने जब निर्णय लिया तो अनेक दलों के नेताओं ने फोन किया था। सभी लोगों से अच्छी बातचीत हुई है। नीतीश ने कहा, ‘बिहार में जब हमलोग भाजपा से अलग हुये तो सात पार्टियां एक साथ हो गईं और अब यहां विपक्ष में भाजपा अकेली पार्टी है।’ पश्चिम बंगाल और ओडिशा दौरे के संबंध में पूछने पर उन्होंने कहा, ‘ममता बनर्जी से फोन पर बात हुई है। आगे जब बातचीत होगी तो हम मिलने जाएंगे।’
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा, ‘वह (राहुल गांधी) अपनी पार्टी के काम में लगे हैं, यह खुशी की बात है। वह अपने ढंग से काम कर रहे हैं। दिल्ली में हमारी बातचीत लोकसभा चुनाव को लेकर हुई है। लोकसभा चुनाव के पहले विभिन्न राज्यों में लोग एकजुट होंगे तो बहुत अच्छा नतीजा आएगा। यह बात सब लोगों के समझ में आ गई है, ये बहुत अच्छी बात है।’ यह पूछे जाने पर कि 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्ष की ओर से प्रधानमंत्री के उम्मीदवार के तौर पर कौन चेहरा होगा, नीतीश ने कहा, ‘सब एकजुट होकर तय करेंगे कि प्रधानमंत्री का चेहरा कौन होगा। हम प्रधानमंत्री पद का चेहरा नहीं हैं।