गरीब उपभोक्ता के लिये बनीं विद्युत कंपनियां लुटेरीं?
कांग्रेस फर्जी बिलिंग के खिलाफ चलायेगी पोल खोल अभियान-भूपेन्द्र गुप्ता
भोपाल
मध्य प्रदेश विद्युत कंपनियां ऐसे उपभोक्ताओं , जिनके मीटर उखड़ चुके हैं, जिनके मकान खंडहर हो चुके हैं जिन की दुकानें बरसों से बंद पड़ीं हैं और जिनके मीटर स्वयं विद्युत मंडल डिस्कनेक्ट करके अपने स्टोर में जमा कर चुकीं हैं। ऐसे लाखों उपभोक्ताओं के नाम पर विद्युत कंपनियां बिना स्क्रूटनी के निरंतर बिल जनरेट कर रही हैं। यह भूल ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने ग्वालियर में स्वीकार कर माना है कि यह समस्या पूरे मध्यप्रदेश की समस्या है।
क्या मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को यह नहीं बताना चाहिए? जब उनका मंत्री यह जानता है कि लाखों की मात्रा में इस तरह के फर्जी बिल जनरेट किए जा रहे हैं तो उन पर रोक क्यों नहीं लगाई जा रही? क्या इन फर्जी बिलों का समायोजन घाटा दिखाने में किया जाता है? और टेरिफ ऑर्डर के माध्यम से इस घाटे की वसूली ईमानदार उपभोक्ताओं से की जाती है? प्रदेश कांग्रेस मीडिया उपाध्यक्ष भूपेन्द्र गुप्ता ने इसकी विस्तृत जांच की मांग की है।
उन्होंने कहा कि कंपनियां अपने अधिकारियों के भ्रष्टाचार को समायोजित करने के लिए तो कहीं यह खेल जारी नहीं रखे हुए हैं? मध्य प्रदेश के लाखों उपभोक्ताओं को क्या इसके माध्यम से ठगा जा रहा है? इसका जवाब कौन देगा? भूपेंद्र गुप्ता ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री इस फर्जी बिलिंग को रोकने के लिये गाड़ दो टांग दो अभियान नहीं चलाते हैं तो कांग्रेस पार्टी इसके खिलाफ पोल खोल अभियान चलाएगी और विद्युत कंपनियों की पोल खोलेगी।