एकनाथ शिंदे के ‘हिंदुत्व’ पर उठे सवाल, शिवसेना ने भाजपा पर फूटा बगावत का ठीकरा
मुंबई
बागी विधायक एकनाथ शिंदे के खिलाफ अब शिवसेना ने भी जुबानी हमले तेज कर दिए हैं। अब पार्टी ने शिंदे के हिंदुत्व पर ही सवाल उठाए हैं। पार्टी नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने शुक्रवार को शिंदे पर 'पीठ में छुरा घोंपने' के आरोप लगाए। साथ ही उन्होंने बगावत का ठीकरा भी राज्य में विपक्ष की भूमिका निभा रही भारतीय जनता पार्टी पर फोड़ा है।
एनडीटीवी से बातचीत में चतुर्वेदी ने कहा, 'कौन सा हिंदुत्व आपको अपनी ऐसे पार्टी की पीठ में छुरा घोंपना सिखाता है, जो परिवार की तरह है?' खास बात है कि शिंदे दावा कर रहे हैं कि शिवसेना पार्टी अपनी हिंदुत्व विचारधारा से भटक गई है। वहीं, चतुर्वेदी का कहना है की बागी विधायक जो कर रहे हैं, उसकी वजह विचारधारा नहीं है। उन्होंने कहा, 'उन्हें दूसरा सबसे अहम मंत्रालय शहरी विकास दिया गया, जो आमतौर पर मुख्यमंत्री अपने पास ही रखते हैं। उनके बेटे सांसद हैं।' शिवसेना नेत्री ने यह भी दावा किया कि पार्टी शिंदे के साथ मौजूद कुछ विधायकों के साथ संपर्क में है और साथ ही वे भी पार्टी के संपर्क में बने हुए हैं।
शिवसेना सांसद संजय राउत की तरफ सेॉ कांग्रेस औऱ राकंपा से गठबंधन तोड़ने के दावे को भी प्रियंका ने चुनौती बताया। उन्होंने कहा, 'वह बयान चुनौती की तरह रखा गया था कि गुवाहाटी से बात करने के बजाए उन्हें मुंबई आना चाहिए और हमारा सामना करना चाहिए… वह एक चुनौती थी, जो आगे उनका भंडाफोड़ करती।' साथ ही उन्होंने गठबंधन की संभावनाओं पर कहा, 'गठबंधन पर फैसले को हमारे ऊपर जबरन लागू नहीं किया जा सकता। हमने उनसे आने और बात करने के लिए कहा था… अब काफी देर हो गई है।'
भाजपा को घेरा
उन्होंने उन बातों से भी इनकार किया, जहां कहा जा रहा था कि शायद उद्धव ठाकरे की कुछ गलतियों के चलते बगावत हुई है। प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा, 'अगर कोई मुद्दे हैं तो हम बैठकर बात कर सकते थे। उनके पत्र अब भाजपा तैयार कर रही है। एकनाथ शिंदे ने पहले ही कह दिया है कि महाशक्ति पार्टी उनका समर्थन कर रही है।' खास बात है कि सीएम ठाकरे पर ये आरोप भी लग रहे हैं कि वह गायब रहते हैं और नेताओं से मिलते नहीं हैं। चतुर्वेदी ने कोविड लॉकडाउन और बीमारी को इसका कारण बताया।