दलबदलुओं को इस चुनाव में करारी मात खानी पड़ी
नई दिल्ली
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (UP Assembly Election 2022) में कई दलबदलुओं का पाला बदलकर मैदान में उतरना महंगा पड़ा. योगी सरकार से मंत्री पद से इस्तीफा और बीजेपी का साथ छोड़कर सपा में शामिल होने वाले दिग्गज नेता स्वामी प्रसाद मौर्य और धर्म सिंह सैनी को करारी मात खानी पड़ी है. इतना ही नहीं, बसपा छोड़कर सपा में आने वाले कई दिग्गज भी विधानसभा नहीं पहुंच सके.
धर्म सिंह सैनी हारे
यूपी के सहारनपुर जिले की नकुड़ विधानसभा सीट पर, कांटे की टक्कर में बीजेपी के मुकेश चौधरी ने धर्म सिंह सैनी को हरा दिया. नकुड़ सीट पर बीजेपी को 1,03,771 वोट मिले, जबकि सपा को 103616 वोट मिले हैं. इस तरह से बहुत मामूली वोटों से धर्म सिंह सैनी को हार का मुंह देखना पड़ा है. हालांकि, सैनी कई चरणों की मतगणना तक लगातर बढ़त बनाए हुए थे. लेकिन,आखिर में धर्म सिंह सैनी को नकुड़ सीट पर बाजी हारनी पड़ी.
स्वामी प्रसाद मौर्य हारे
ओबीसी समुदाय के कद्दावर नेता व सपा प्रत्याशी स्वामी प्रसाद मौर्य को कुशीनगर की फाजिलनगर सीट पर, बीजेपी प्रत्याशी सुरेंद्र कुशवाहा के हाथों करारी मात खानी पड़ी. स्वामी प्रसाद इस बार अपनी परंपरागत सीट पडरौना छोड़कर, फाजिलनगर सीट से चुनावी मैदान में उतरे थे, लेकिन पार्टी और सीट बदलना काम नहीं आया. स्वामी प्रसाद मौर्य ने भी अपनी हार स्वीकारते हुए कहा कि चुनाव हारे हैं हिम्मत नहीं.
गुड्डू जमाली हारे
आजमगढ़ के मुबारकबाद सीट पर दो बार के विधायक रहे शाह आलम गुड्डू जमाली, चुनाव से ठीक पहले बसपा छोड़कर सपा में गए, लेकिन टिकट नहीं मिला तो ओवैसी की AIMIM का दामन थामकर चुनाव में कूद पड़े. इसके बाद भी वो चुनाव नहीं जीत सके. उन्हें सपा प्रत्याशी अखिलेश यादव के हाथों करारी मात खानी पड़ी है.
मोहम्मद असलम राइनी हारे
श्रावस्ती विधानसभा सीट से विधायक मोहम्मद असलम राइनी, बसपा छोड़कर सपा का दामन थामकर चुनावी मैदान में उतरे थे, पर जीत नहीं सके. उन्हें बीजेपी प्रत्याशी राम फरेन के हाथों करारी मात खानी पड़ी है.
विनय शंकर तिवारी हारे
पूर्वांचल के ब्राह्मण चेहरा माने जाने वाले हरीशंकर तिवारी के बेटे विनय शंकर तिवारी बसपा छोड़कर सपा से चुनावी मैदान में उतरे थे, लेकिन उन्हें बीजेपी प्रत्याशी राजेश त्रिपाठी के हाथों हार का मुंह देखना पड़ा.