पंचायत में अपने-अपने अध्यक्ष बनवाने की कवायद चरम पर
भोपाल
जिला पंचायत और जनपद पंचायत के अध्यक्ष के चुनाव को लेकर प्रदेश में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर बाड़ेबंदी दिखाई दे रही है। प्रदेश के करीब डेढ़ दर्जन से ज्यादा जिलों में जिला पंचायत सदस्यों के अलावा जनपद पंचायत के सदस्यों को दोनों ही दल अपने-अपने समर्थकों को जिले से बाहर ले गए हैं। ये सभी अब अध्यक्ष के चुनाव वाले दिन ही अपने जिले में वोट करने के लिए पहुंचेगे। इन सब की मॉनिटरिंग भोपाल से भाजपा और कांग्रेस के दिग्गज नेता कर रहे हैं।
दिग्विजय सिंह के राजगढ़ जिले में कांग्रेस ने बाड़ेबंदी की है। यहां के कांग्रेस समर्थित 10 जिला पंचायत के सदस्यों को छत्तीसगढ़ भेज दिया है। यहां पर कुल 18 सदस्य हैं इनमें से कांग्रेस के पास अब 10 सदस्य हैं। वहीं विदिशा जिले में कांग्रेस ने अपने समर्थित 6 सदस्यों को महाराष्टÑ भेजा है। ये सभी शिर्डी, शनि शिंगणापुर और त्र्यम्बकेश्वर भेज गए हैं। भोपाल जिला पंचायत के चार कांग्रेस सदस्य कान्हा टाइगर रिजर्व के बाद अब तिरुपति बालाजी गए हैं। वे अब 29 जुलाई को ही भोपाल आएंगे। रतलाम बुरहानपुर, छिंदवाड़ा, ग्वालियर, खंडवा, शिवपुरी जिलों से भी बाड़ेबंदी की खबर सामने आ रही है। दोनों ही दलों ने जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव के लिए अपनी-अपनी मोर्चा बंदी कर ली है। वहीं जनपद पंचायत अध्यक्ष के चुनाव को लेकर भी बाड़ेबंदी बड़े पैमाने पर हुई है। अकेले बुंदेलखंड क्षेत्र के करीब सवा सौ जनपद सदस्यों को दोनों ही दलों ने दूसरे जिलों में भेजा है। कुछ को धार्मिक यात्रा पर भेजा गया है, जबकि कुछ सदस्यों को पर्यटक स्थल पर भेजा गया है।
नगर पालिका और नगर परिषद में साधने की तैयारी
नगर पालिका और नगर परिषद के चुनाव दलों के आधार पर हुए थे। इसलिए यहां पर बाड़ेबंदी की ज्यादा नहीं हो रही है। हालांकि कुछ निर्दलीय जीते पार्षदों को अध्यक्ष के लिए वोट करवाने दोनों ही दल उन्हें अपनी-अपनी तरफ करने का प्रयास कर रहे हैं। यह प्रयास उन निकायों में हो रहा है, जहां पर कांग्रेस और भाजपा के पार्षदों की संख्या लगभग बराबर या कम अंतर है।
कांग्रेस ने इंदौर और जबलपुर की मांग पर बनाए प्रभारी
कांग्रेस के इंदौर और जबलपुर संगठन से मांग आई थी कि जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव के लिए यहां पर कमलनाथ किसी नेता को भोपाल से ही प्रभारी बनाकर भेजे। कमलनाथ ने दोनों जिला संगठनों की मांग को मानते हुए दोनों ही जगह पर पंचायत चुनाव के अध्यक्ष के लिए प्रभारी बनाए हैं। मुकेश नायक को जबलपुर और महेंद्र जोशी को इंदौर में जिला पंचायत चुनाव के लिए प्रभारी बनाकर भेजा है। इन दो जिलों को छोड़कर बाकी के सभी जिलों में जिला प्रभारी और सह प्रभारी यह जिम्मेदारी संभालेंगे। राजगढ़ में पर्दे के पीछे से दिग्विजय सिंह और भोपाल में सुरेश पचौरी जबकि छिंदवाड़ा में स्वयं कमलनाथ ने मोर्चा संभाल लिया है।
भाजपा ने प्रभारियों को दी जिम्मेदारी
भाजपा ने भी जिला-जनपद से लेकर नगरीय निकायों में अपना अध्यक्ष बनवाने के लिए जिला प्रभारियों को निर्देशित किया है। भाजपा हर जिले की मॉनिटरिंग भोपाल से ही कर रही है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा लगातार नजर रखे हुए हैं। भाजपा कई जिलों में आश्वस्त है कि उनके ही जिला पंचायत और जनपद पंचायत में अध्यक्ष बनेंगे। वहीं प्रदेश की अधिकांश निकायों में भाजपा को स्पष्ट बहुमत मिला है, इसलिए इन निकायों में भी वह अपने अध्यक्ष बनने को लेकर आश्वस्त है।