पश्चिम बंगाल नगर निगम चुनाव में टीएमसी ने चारों नगर निगम पर किया कब्ज़ा
कोलकाता। पश्चिम बंगाल नगर निगम चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने चारों नगर निगम- बिधाननगर, आसनसोल, सिलीगुड़ी और चंदननगर को जीत लिया है। सुबह आठ बजे इन निगमों में मतगणना शुरू हुई है। सभी नगर निगमों में टीएमसी के उम्मीदवार शुरू से ही बढ़त बनाए हुए थे। चारों नगर निगमों में टीएमसी का बोर्ड बनेगा।
टीएमसी ने 41 में से 39 सीटों पर जीत दर्ज करते हुए बिधाननगर नगर निगम पर फिर से कब्जा जमा लिया है जबकि विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी और मार्क्सवादी पार्टी (माकपा) यहां अपना खाता तक नहीं खोल सकीं। कांग्रेस ने एक सीट पर जीत दर्ज की और निर्दलीय उम्मीदवार एक वार्ड में जीता है। चंदरनगर में टीएमसी ने 32 में से 31 सीटें जीतीं जबकि माकपा ने एक सीट जीती है। सत्तारूढ़ पार्टी के लिए सिलीगुड़ी नगर निगम (एमएमसी) माकपा नीत वाम मोर्चे से छीनना सोने पर सुहागा रहा और उसने यहां पर 47 में से 37 सीटों पर जीत दर्ज की।
चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार, भाजपा ने पांच सीटों पर कब्जा जमाते हुए विपक्ष का दर्जा हासिल कर लिया है जबकि वाम मोर्चा तीसरे स्थान पर चला गया है। उसे केवल चार सीटें ही मिली और कांग्रेस को एक सीट मिली है। सिलीगुड़ी में टीएमसी को 78.72 प्रतिशत मत मिले जबकि भाजपा और माकपा को क्रमश: 10.64 फीसद और 8.5 फीसद मत ही मिले।
चारों नगर निगमों में जीत से उत्साहित पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ऐलान किया कि पार्टी के नेता गौतम देब एसएमसी के अगले महापौर होंगे। देब ने 3,000 मतों के अंतर से जीत हासिल की है। आसनसोल में टीएमसी 106 में से 66 सीटों पर विजयी हुई है और पांच वार्डों में आगे चल रही है जबकि भाजपा ने पांच सीटें और माकपा तथा कांग्रेस ने दो-दो सीटें जीती हैं। बनर्जी ने अपनी पार्टी की ‘‘प्रचंड जीत’’ के लिए लोगों का आभार जताया और इसे जनता की जीत बताया। चारों नगर निगमों के लिए चुनाव 12 फरवरी को हुए थे जिसमें 953 प्रत्याशियों ने भाग्य आजमाया था।
ममता ने जताया आभार
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस के पक्ष में वोट देने के लिए सोमवार को लोगों का आभार जताया। नगर निगम चुनाव 12 फरवरी को हुए थे। बनर्जी ने यह भी कहा कि राज्य का प्रशासन आम लोगों के हित में काम करता रहेगा। समाजवादी पार्टी (सपा) के लिए प्रचार करने पिछले सप्ताह उत्तर प्रदेश गयीं टीएमसी सुप्रीमो ने कहा कि उनकी पार्टी ने उस राज्य में वृहद हित को ध्यान में रखते हुए चुनाव न लड़ने का फैसला किया।
कांग्रेस की आलोचना करते हुए बनर्जी ने दावा किया कि किसी भी क्षेत्रीय दल के कांग्रेस के साथ अच्छे संबंध नहीं हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने रास्ते चल सकती है, हम अपने रास्ते पर चलेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार ने देश के संविधान को ध्वस्त कर दिया है। बनर्जी ने कहा कि उन्होंने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन और तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर से बात की है और एक साथ मिलकर कहम संघीय ढांचे की रक्षा करने की कोशिश कर रहे हैं। टीएमसी सुप्रीमो ने कहा कि मैंने कांग्रेस और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी से भी वृहद हित में हाथ मिलाने के लिए कहा था लेकिन उन्होंने सुनी नहीं, इससे ज्यादा मैं कुछ नहीं कर सकती। मेरी किसी से भी निजी दुश्मनी नहीं है।
दोबारा चुनाव की मांग
भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार का कहना है कि वोटिंग के दौरान धांधली की गई है। इस कारण उन्होंने राज्य चुनाव आयोग को पत्र देकर मांग की थी कि चुनाव के दौरान राज्य की पुलिस पूरी तरह मूकदर्शक बनी रही और टीएमसी के गुंडों द्वारा बूथ कैप्चर किया गया। वहीं माकपा के नेता सुजन चक्रवर्ती ने भी चुनाव को प्रजातंत्र के लिए मजाक करार दिया है। उन्होंने भी आरोप लगाया कि पुलिस पूरी तरह मूकदर्शक बनी रह। ऐसे में राज्य में दोबारा इन चुनावों को आयोजित कराने की मांग की गई है।