
सीहोर। दीपों और खुशियों का पर्व दिवाली हर साल कार्तिक अमावस्या पर मनाया जाता है, जो बुराई पर अच्छाई और अंधकार पर प्रकाश की विजय का प्रतीक है। इस वर्ष दिवाली की सही तिथि को लेकर उलझन के बीच बालाजी ज्योतिष अनुसंधान एवं परामर्श केंद्र के स्वर्ण पदक प्राप्त ज्योतिषाचार्य पंडित सौरभ गणेश शर्मा ने स्पष्ट किया है कि दिवाली 20 अक्टूबर सोमवार को मनाई जाएगी, न कि 21 अक्टूबर को। पंडित शर्मा ने बताया कि दीपावली का पर्व हर व्यक्ति के जीवन में सुख, समृद्धि और नई ऊर्जा का संचार करता है। यही कारण है कि इसे केवल एक पर्व नहीं बल्कि पांच दिनों तक चलने वाला भव्य उत्सव कहा जाता है, जिसका प्रारंभ धनतेरस से होता है और भाई दूज तक बना रहता है।
पांच दिवसीय पर्व की तिथिया
पंडित शर्मा के अनुसार इस वर्ष यह पांच दिवसीय उत्सव इन तिथियों पर रहेगा। धनतेरस 18 अक्टूबर शनिवार दोपहर 12.18 मिनट पर आरंभ होगी और इसका समापन 19 अक्टूबर को दोपहर 1.51 मिनट पर होगा। उदया तिथि और प्रदोष काल के कारण धनतेरस का पर्व 18 अक्टूबर को मनाया जाएगा।
– छोटी दिवाली/नरक चतुर्दशी: 19 अक्टूबर, इस दिन छोटी दिवाली मनाई जाएगी। इस दिन शाम को घर के मुख्य द्वार पर यम देव के लिए चार मुखी दीपक जलाया जाता है और दीप दान का विधान है।
– दिवाली 20 अक्टूबर: इस वर्ष कार्तिक अमावस्या की तिथि 20 अक्टूबर को दोपहर 3 बजकर 44 मिनट से प्रारंभ होगी और इसका समापन 21 अक्टूबर को शाम 5 बजकर 54 मिनट पर होगा। चूंकि दिवाली पर लक्ष्मी पूजन सूर्यास्त के बाद अमावस्या तिथि में किया जाता है, इसलिए इस साल दिवाली 20 अक्टूबर को मनाई जाएगी। इस दिन शाम 7 बजकर 8 मिनट से रात 8 बजकर 18 मिनट तक पूजा का शुभ मुहूर्त रहेगा।
– गोवर्धन पूजा: पंचांग के अनुसार कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 21 अक्टूबर को शाम 5 बजकर 54 मिनट पर होगी, जिसका समापन अगले दिन 22 अक्टूबर को रात 8 बजकर 16 मिनट पर है। इस कारण गोवर्धन पूजा का पर्व 22 अक्टूबर को मनाया जाएगा।
– भाई दूज: 23 अक्टूबर कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि 22 अक्टूबर को रात 08 बजकर 16 मिनट पर प्रारंभ होकर 23 अक्टूबर को रात 10 बजकर 46 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में 23 अक्टूबर को भाई दूज का पर्व मनाया जाएगा।