हनुमान जयंती 2022 पर भूलकर भी न करें भद्राकाल में पूजा
नई दिल्ली
संकट मोचन भगवान हनुमान का जन्म चैत्र महीने की पूर्णिमा तिथि को हुआ था। इस साल पूर्णिमा तिथि 16 अप्रैल, शनिवार को पड़ रही है। चैत्र मास की पूर्णिमा तिथि को हनुमान जी का जन्मदिन मनाया जाता है। इसलिए इस दिन को हनुमान जन्मोत्सव भी कहा जाता है। हनुमान जयंती के दिन शुभ मुहूर्त में पूजा करने का विशेष महत्व होता है। मान्यता है कि बजरंगबली प्रसन्न होकर भक्तों को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद प्रदान करते हैं और संकटों को हरते हैं। आप भी जानें हनुमान जन्मोत्सव पर किन मुहूर्त में न करें हनुमान जी की पूजा व शनि दोष से मुक्ति के उपाय-
हनुमान जन्मोत्सव पर बन रहे ये अशुभ मुहूर्त-
राहुकाल- 09:08 ए एम से 10:45 ए एम
यमगण्ड- 01:58 पी एम से 03:34 पी एम
आडल योग- 08:40 ए एम से 05:54 ए एम, अप्रैल 17
विडाल योग- 05:55 ए एम से 08:40 ए एम
गुलिक काल- 05:55 ए एम से 07:31 ए एम
दुर्मुहूर्त- 05:55 ए एम से 06:46 ए एम
वर्ज्य- 04:12 पी एम से 05:43 पी एम
भद्रा- 05:55 ए एम से 01:28 पी एम
हनुमान जन्मोत्सव पर बनने वाले शुभ मुहूर्त-
ब्रह्म मुहूर्त- 04:26 ए एम से 05:10 ए एम।
अभिजित मुहूर्त- 11:55 ए एम से 12:47 पी एम।
विजय मुहूर्त- 02:30 पी एम से 03:21 पी एम।
गोधूलि मुहूर्त- 06:34 पी एम से 06:58 पी एम।
अमृत काल- 01:15 ए एम, अप्रैल 17 से 02:45 ए एम, अप्रैल 17।
रवि योग- 05:55 ए एम से 08:40 ए एम।