सीहोर। सीहोरवासियों ने होली के अगले दिन जमकर महादेव की होली खेली और रंग-गुलाल उड़ाया। सीहोरवासियों की इस होली में प्रसिद्ध कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा भी शामिल हुए और उन्होंने होली के इस त्यौहार को ऐतिहासिक बना दिया। पंडित प्रदीप मिश्रा ने रूद्राक्ष महोत्सव के दौरान सीहोरवासियों सहित देशभर के भक्तों से अपील की थी कि इस बार नबावकाल की होली के बजाए महादेव की होली खेली जाएगी। महादेव की होली को लेकर सीहोर नगर सहित जिलेभर में भी तैयारियां चल रही थीं। नगर के लोगों ने महादेव की होली के लिए अपने-अपने मोहल्लों में तैयारियां की। होली के दिन जहां पंडित प्रदीप मिश्रा कई सामाजिक संगठनों के होली उत्सव में शामिल हुए और अपील की कि महादेव की होली को शांति व्यवस्था के साथ मनाएं। होली के अगले दिन पंडित प्रदीप मिश्रा खुली जीप में सवार होकर नगर भ्रमण पर निकले और नगरभर के मंदिरों, शिवालयों में पहुंचे और महादेव की होली खेली। इस दौरान उनके साथ बड़ी संख्या में मोटरसाइकिल, चार पहिया वाहनों का भी काफिला चलता रहा। जिला एवं पुलिस प्रशासन का काफिला भी पूरे समय उनके साथ रहा। सीहोर नगर के हर चौक-चौराहे पर पुलिस तैनात रही। बैरीकेट्स लगाकर व्यवस्थाएं बनार्इं।
इन मंदिर-शिवालयों में पहुंचे पंडित प्रदीप मिश्रा-
पंडित प्रदीप मिश्रा सुबह लगभग 9 बजे सबसे पहले नगर के नमक चौराहा स्थित चमकारेश्वर महादेव मंदिर पहुंचे। यहां से वे अमर टॉकीज के पास गुप्तेश्वर महादेव मंदिर, बड़ा बाजार स्थित सत्यनारायण भगवान मंदिर, खंजाची लाईन स्थित श्री गोवर्धननाथ जी की हवेली, खत्री बूट हाउस के सामने भोलेनाथ मंदिर, मनकामेश्वर मंदिर, नेहरू कॉलोनी स्थित बिल्केश्वर महादेव मंदिर, आराकस मोहल्ला स्थित माता मंदिर, राठौर धर्मशाला के पास राठौर मंदिर, बजरंग चौराहा स्थित मंसामन मंदिर, मंडी ब्रिज स्थित कृष्ण गोपाल मंदिर, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी स्थित महादेव दीनदयालेश्वर मंदिर, बड़ियाखेड़ी सीहोर स्थित खेड़ापति मंदिर, गणेश मंदिर के पास स्थित भतेश्वर मंदिर, कस्बा स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर सहित नगर के अन्य मंदिरों, शिवालयों में भी पहुंचे। उनके स्वागत-सत्कार के लिए मंदिरों एवं मोहल्लों के चौराहों पर महिला-पुरूष बड़ी संख्या में एकत्रित हुए। इस दौरान फूलों की वर्षा करके उनका स्वागत किया गया। पंडित प्रदीप मिश्रा जिन मोहल्लों, चौराहों पर गए लोगों ने जमकर गुलाल भी लगाया और जमकर उड़ाया। इसके चलते पंडित प्रदीप मिश्रा को भी अपना मुंह ढककर बैठना पड़ा। उनके साथ पुलिस के जवान भी तैनात रहे। आगे-पीछे गाड़ियों का काफिला भी पूरे समय चलता रहा।
डीजे लगाए, फूल बरसाए-
महादेव की होली को लेकर नगर के सभी चौराहों पर डीजे लगाकर भजनों एवं गीतों के साथ लोगों ने पंडित प्रदीप मिश्रा का स्वागत-सत्कार किया। इस दौरान जहां अपने घरों की छतों पर खड़े लोगों ने उपर से फूल बरसाए तो वहीं बच्चों ने गुलाल एवं रंग भी उन पर बरसाया। पंडित प्रदीप मिश्रा भी हर एक व्यक्ति का अभिवादन स्वीकारते हुए आगे बढ़ते गए। खुली जीप में सवार होकर निकले पंडित प्रदीप मिश्रा की अगवानी के लिए हर कोई लालायित भी नजर आया।