अपने दुश्मनों को उंगलियों पर नचाने के लिए मां काली को पहनाएं नींबूओं का हार
Maa Kali Ke Upay: जब भगवान शिव की कृपा द्वारा देवी भगवती पार्वती को अपनी शक्तियों का ज्ञान हुआ तब उन्होंने दुष्टों के संहार के लिए खुद को काली के रूप में प्रकट किया। मां काली का ही रौद्र रूप था, जो राक्षसों का संहार करके विश्व के कल्याण और भक्तों की रक्षा के लिए इस जगत में प्रकट हुआ। देवी काली का पूजन करने से न केवल मनोकामना पूर्ण होती है बल्कि देवी से हर प्रकार के सुख प्राप्त किए जा सकते हैं। किसी भी तरह के कष्टों से मुक्ति व शीघ्र फल देने वाली देवी के रूप में भी मां काली को जाना जाता है। देवी का करुणामई रूप भक्त वत्सल है, वहीं पर इनका रौद्र रूप शत्रुओं के लिए विनाशकारी है। मां काली के भक्तों पर उनकी हमेशा कृपा बनी रहती है। अघोर तंत्र की देवी महाकाली को बड़ा सहज भाव से मनाने पर सब कष्टों से मुक्ति मिल जाती है। Maa kali ko manane ke upay: यदि कोई व्यक्ति शत्रुओं से बेहद परेशान है तो उसे मां काली की शरण में जाना चाहिए। देवी काली का रूप ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मंगल और शनि इन दो ग्रहों का प्रतिनिधित्व करता है। बल और पराक्रम की इन देवी का पूजन करने से शत्रुओं का स्वत: ही नाश हो जाता है। इन उपायों से यदि कोई व्यक्ति कोर्ट-कचहरी के मसले, शत्रु बाधा, प्रेत बाधा, नजर दोष से परेशान है तो उन्हें देवी काली की शरण में जाकर याचना करनी चाहिए।
शनिवार के दिन पीले नींबू खरीदें सुई और डोरे से इन नींबूओं की एक माला बनाएं। माला बनाते समय मंत्रोच्चारण करते हुए प्रार्थना करें कि उन शत्रुओं का शमन होता जा रहा है और सभी शत्रु कमजोर होकर आप से हार चुके हैं। यह 108 नींबू की माला बनाकर मां काली को चढ़ाएं और उनके आगे प्रार्थना भी करें। शीघ्र आप पाएंगे कि आपके सभी शत्रु व गुप्त शत्रु आप से दूर होते जा रहे हैं। नींबू को बलि देने के तौर पर उपयोग किया जाता है। मां काली को नींबू की माला चढ़ाने से वह बहुच प्रसन्न होती हैं।
मंत्र: ॐ जयंती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोस्तुते।।
11 गुड़हल के फूलों को ताम्र पत्र पर रख कर देवी के आगे अर्पण करने से मनचाही विजय प्राप्त होती है। इसके साथ ही अगर किसी विवाद में फंसे हैं तो उसे जल्दी निपटारा हो जाता है।
Maa kali ke totke: 127 लौंग की जुड़े लेकर उनके सिर पर सिंदूर लगाकर इन्हें सरसों के तेल के पात्र में डुबो दें। फिर इस पात्र को शनिवार के दिन किसी पीपल के नीचे रख दें। मां काली का ध्यान करते हुए शत्रुओं का नाम लें और उन्हें वहीं पर जाने का आदेश दें। जल्द ही शत्रुओं पर आप की विजय होगी।