2 साल बाद निकलेगा चल समारोह, कुर्ता-पजामा पहनेंगे ब्राह्मणजन
तीन मई से आरंभ होगा तीन दिवसीय महोत्सव का आयोजन

सीहोर। हर साल की तरह इस साल भी भगवान परशुराम जयंती आगामी तीन मई को आस्था और उत्साह के साथ मनाई जाएगी और 8 मई को भव्य शोभा यात्रा निकाली जाएगी। कोरोना महामारी के चलते पिछले दो सालों से उत्साह कुछ फीका था, लेकिन इस वर्ष समाजजनों में उत्साह है और कोरोना महामारी की बंदिशें भी समाप्त होने के कारण पूरी तैयारियां पिछले कई दिनों से की जा रही है। विप्रजन घर-घर पहुंचकर चल समारोह में पधारने के लिए आमंत्रित कर रहे है।
गत दिनों सर्व ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष बालमुकुन्द पालीवाल, महिला संठगन की अध्यक्ष नीलम शर्मा, ग्रामीण इकाई अध्यक्ष सुभाष शर्मा, कार्यकारी अध्यक्ष सुदीप व्यास, चल समारोह समिति के अध्यक्ष प्रवीण तिवारी, चल समारोह की महिला अध्यक्ष निर्मला शर्मा, युवा अध्यक्ष चल समारोह नितिन उपाध्याय और चल समारोह प्रभारी रमाकांत समाधिया आदि पदाधिकारियों की बैठक का आयोजन किया गया था।
इस संबंध में जानकारी देते हुए समाज के मीडिया प्रभारी प्रियांशु दीक्षित ने बताया कि बैठक के दौरान आगामी तीन मई को सुबह नौ बजे भगवान परशुराम जयंती पर शहर के खजांची लाइन स्थित धर्मशाला में पूजन आरती की जाएगी, इसके पश्चात आगामी सात मई को महिला मंडल के द्वारा कलश, पूजन थाली सजावट प्रतियोगिता आदि का आयोजन किया जाएगा। इसके पश्चात आठ मई को शाम पांच बजे से धर्मशाला से भगवान परशुराम का भव्य चल समारोह निकाला जाएगा। इसके उपरांत भंडारे का आयोजन रात्रि सात बजे से किया जाएगा।
भव्य कार्यक्रम को लेकर जिम्मेदारियां सौंपी
परशुराम जयंती को लेकर बैठक आयोजित की गई थी, जिसमें कई जिम्मेदारियां तय की गई। चल समारोह में शामिल होने वाले संत-पुजारी अपने गणवेश में जुलूस के साथ रहेंगे, वहीं विप्रजन कुर्ता पजामा आदि पहनकर रहेंगे। इसके अलावा ब्राह्मण महिला मंडल के द्वारा भी घर-घर जाकर मातृशक्तियों को भी आमंत्रित किया जा रहा है।
जयंती को लेकर चल रही तैयारियां
आगामी आठ मई को निकाले जाने वाले भव्य समारोह को लेकर लंबे समय से तैयारियां चल रही है। तीन मई को भव्य रूप से धर्मशाला में भगवान परशुराम की पूजन और आरती की जाएगी और उसके पश्चात आगामी आठ मई को भव्य शोभा यात्रा निकाली जाएगी। जयंती को लेकर ब्राह्मण समाज की तैयारियां चल रही है, जहां शहर के चाणक्यपुरी छावनी आदि में समाज के वरिष्ठ जन घर-घर पहुंकर आमंत्रित कर रहे है।