सीहोर। भीषण गर्मी में पानी की किल्लत लगातार सामने आ रही है। अब इछावर विकासखंड की ग्राम पंचायत लावाखाड़ी के तहत आने वाला गांव सेवनिया परिहार में पानी की समस्या सामने आई है। पेयजल को लेकर ग्रामीणों ने कलेक्टर कार्यालय में आवेदन दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि उनके गांव में न तो हैंडपंप हैं और न ही पेयजल के कोई अन्य स्त्रोत हैं। एक ट्यूबबेल से पानी मिलता है, लेकिन उसकी भी मोटर खराब पड़ी हुई है। इसके कारण गांव की महिलाओं को 2 किलोमीटर दूर से पानी लाना पड़ रहा है।
सीहोर जिले के नसरूल्लागंज विकासखंड के आदिवासी क्षेत्र पिपलानी में पिछले दिनों पानी की समस्या को लेकर शिकायतें हुर्इं थी। उसके बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पहले तो अधिकारियों को फटकार लगाई थी और अलसुबह से ही पीएचई के अधिकारियों सहित कलेक्टर चंद्रमोहन ठाकुर, संभागायुक्त सहित अन्य अधिकारियों को तलब किया था। मुख्यमंत्री के स्पष्ट निर्देश थे कि अब जिले में कहीं भी पेयजल की समस्याएं न आएं, लेकिन एक सप्ताह बाद ही इछावर विकासखंड के सेवनिया परिहार में पानी की किल्लत से जूझते हुए लोग नजर आ रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि उनके गांव में अब तक हैंडपंप नहीं लगाया गया है न ही पानी के अन्य जल स्त्रोत हैं। गांव में सिर्फ एक ही जलस्त्रोत है और फिलहाल उसकी भी मोटर खराब है। इसके लिए शिकायतें भी की, लेकिन समस्या जस की तस बनी हुई है। इस संबंध में जब ग्राम पंचायत लावाखाड़ी के पंचायत सचिव संतोष बैरागी से बात की तो उन्होंने बताया कि गांव में पानी की टंकी है और उससे ग्रामीणों को पेयजल उपलब्ध कराया जाता है। पंचायत सचिव ने गांव में हैंडपंप होने की भी बात कही है, जबकि ग्रामीण सिरे से नकार रहे हैं कि गांव में कोई भी हैंडपंप नहीं है।