
सीहोर-रेहटी। सीहोर जिला पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी के निर्देश पर चल रही पुलिस की सख्ती के कारण एक के बाद एक चोरी, लूट, डकैती की घटनाओं का पर्दाफाश हो रहा है। इसी कड़ी में शाहगंज पुलिस ने एक शातिर चोर-बदमाश को पकड़कर उसके पास से लाखों रुपए के सोना-चांदी के जेवरात सहित नकदी जप्त की है। आरोपी शातिर चोर है और उत्तरप्रदेश में वह कई वारदातों को अंजाम दे चुका है। एक मामले में उसे जेल भी हुई थी, लेकिन तीन माह के लिए पैरोल पर छूटा तो वापस जेल नहीं गया और मध्यप्रदेश के नर्मदापुरम (होशंगाबाद) में आकर रहने लगा। अब शाहगंज पुलिस ने आरोपी को पकड़कर बड़ी सफलता प्राप्त की है। पुलिस पूछताछ में आरोपी ने कई राज उगले हैं।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार आरोपी अरविंद रजक (धोबी) निवासी ग्राम आतरी, थाना आतरी ग्वालियर का रहने वाला है। आरोपी शातिर बदमाश है और अब तक कई मामलों में जेल जा चुका है। आरोपी अरविंद रजक पर उत्तरप्रदेश के कानपुर थाना नौबस्ता, थाना चकेरी, थाना कल्याणपुर, थाना काकादेव, थाना किदवई सहित ग्वालियर जिले के थाना वहोरापुर, थाना जनकगंज, सीहोर जिले के थाना शाहगंज में विभिन्न अपराधों में 20 से अधिक मामले पंजीबद्ध है। उत्तरप्रदेश के कानपुर पुलिस को भी आरोपी की तलाश थी। आरोपी अरविंद रजक को शाहगंज पुलिस ने पकड़कर उसके पास से 11 लाख रुपए से अधिक के सोना-चांदी के जेवर, 80 हजार रुपए नकदी, एक मोटरसाइकिल बरामद की है।
ठेकेदार बताकर रहता था ढाई माह-
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने कबूल किया है कि उसने कई चोरियां एवं नकबजनी की है। आरोपी घटनाओं को अकेले ही अंजाम देता था। दरअसल आरोपी अरविंद रजक उत्तरप्रदेश में कई घटनाओं को अंजाम दे चुका था। उस पर उत्तरप्रदेश के जिला कानपुर के थाना नौबस्ता में आर्म्स एक्ट का प्रकरण दर्ज है। इस मामले में कानपुर की कोर्ट द्वारा 2019 में आरोपी को तीन साल की सजा दी गई थी। कानपुर कोर्ट ने आरोपी को इस मामले में दिनांक 16 मई 2021 को 3 माह के लिए पैरोल पर रिहा किया था। इसके बाद आरोपी अरविंद रजक को 17 अगस्त 2021 को वापस जेल में निरूद्ध होना था, लेकिन वह एक युवती के साथ मध्यप्रदेश के नर्मदापुरम (होशंगाबाद) शहर आ गया और यहां पर किराए का मकान लेकर रहने लगा। आरोपी किराए के मकान को ठेकेदार बताकर लेता था। वह अपने आपको ठेकेदार बताते हुए कहता था कि उसका ढाई माह का काम है। इसके बाद वह चला जाएगा। आरोपी होशंगाबाद में रहकर सीहोर एवं रायसेन में कई जगह चोरियां कर चुका है।
होशंगाबाद और ग्वालियर में बेचता था ज्वेलरी-
आरोपी अरविंद रजक चोरी का सामान होशंगाबाद एवं ग्वालियर के सराफा बाजार में ठिकाने लगाता था। उसका चोरी करने का तरीका भी अलग था। वह अकेले ही चोरियां करता था। जिस मकान को वह निशाना बनाता था उसकी कई बार रैकी करता था। वह दिन में रैकी करके स्थितियां पता लगा लेता था और रात में चोरी की घटना को अंजाम दे देता था। वह जिस घर में जाता था वहां पर सिर्फ सोना-चांदी के जेवर एवं नकदी ही चुराता था, लेकिन घर का सामान इस तरह से बिखेर देता था कि उससे घर मालिक एवं पुलिस को लगे कि चोर समूह में आए थे। आरोपी होशंगाबाद में रहकर शाहगंज क्षेत्र सहित रेहटी थाना क्षेत्र में भी कई चोरियों की घटनाओं को अंजाम दे चुका था।
मुखबिर की सूचना पर पहुंची पुलिस-
पुलिस को चोरियों के आरोपी की लंबे समय से तलाश थी। इसके लिए पुलिस ने अपने मुखबिरों को भी तैनात कर रखा था। आरोपी अरविंद रजक गत दिवस शाहगंज थाना क्षेत्र के बांद्राभान नर्मदा घाट के पास खड़ा था। मुखबिर द्वारा पुलिस को एक अज्ञात व्यक्ति के खड़े होने की सूचना दी गई। सूचना पर पुलिस सक्रिय हुई और शाहगंज थाना प्रभारी नरेंद्र कुलस्ते पुलिस टीम के साथ बांद्राभान घाट के पास पहुंचे और शातिर बदमाश को घेराबंदी करके पकड़ लिया। पुलिस को आरोपी के पास से 16.2 तोला सोना, एक किलो 700 ग्राम चांदी, 80 हजार नकदी सहित एक स्पेंडर मोटरसाइकिल भी मिली है। आरोपी पर उत्तरप्रदेश के कानपुर, मध्यप्रदेश के ग्वालियर, सीहोर जिले के थानों में नकबजनी, अवैध हथियार रखने, लूट, चोरी का सामन रखने व मारपीट के डेढ़ दर्जन से अधिक अपराध पंजीबद्ध हैं।
इनकी रही सक्रिय भूमिका-
पुलिस अधीक्षक मयंक अवस्थी के निर्देश एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक गीतेश गर्ग व एसडीओपी बुदनी प्रकाश मिश्रा के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी शाहगंज नरेंद्र कुलस्ते के नेतृत्व में उपनिरीक्षक प्रवीण जाधव सायबर सेल, उनि अनिल डोडियार, सउनि सुरेश राज, योगेश भावसार सायबर सेल, नरेंद्र चौरे, सतीश, दिनेश गठोले, दीपक यादव, अनुज यादव, बलराम वर्मा, सुशील सालवे, दीपक चौहान, संजीव राजपूत, मनोज झरवडे की अहम भूमिका रही।