बैंक के सुरक्षाकर्मी की हत्या करने वाले को आजीवन कारावास
- अपर सत्र न्यायाधीश मनीष लोवंशी की अदालत ने सुनाई सजा
सीहोर-बुधनी। अपर सत्र न्यायाधीश बुदनी द्वारा एक हत्या केे मामले में आरोपी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई है।
जानकारी के अनुसार फरियादी संतोष प्रसाद, डिप्टी मैनेजर, भारतीय स्टेट बैंक शाखा बकतरा ने 15 सितंबर 2015 को रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 14 सितंबर 2015 को रात करीब 9 बजे बैंक का कामकाज निपटाकर पूरा स्टाफ अपने-अपने घर चला गया था। रात्रि गार्ड नाहर सिंह पिता भोगीराम आयु 48 वर्ष को बैंक की सुरक्षा के लिए छोड़ा गया था। 15 सितंबर 2015 को सफाई कर्मचारी कैलाश ने रूम पर आकर सुबह 7 बजे बताया कि वह सफाई करने बैंक गया था, परंतु सुरक्षागार्ड नाहर सिंह ने चैनल गेट नहीं खोला। इस सूचना के बाद फिर वह कैलाश को लेकर बैंक आए, गार्ड को आवाज लगाई, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इसके बाद गार्ड की तलाशी शुरू की। किसी तरह बैंक के अंदर एक व्यक्ति कोे घुसाता तोे पता चला कि गार्ड नाहर सिंह पिता भोगीराम हाल में मृत अवस्था में पड़ा मिला। सिर पर काफी बड़ा घाव था और खून बह रहा था। मुंह में कपडे़ व चादर में काफी खून लगा था। इसके बाद पुलिस ने इस प्रकरण को जांच में लिया। पुलिस थाना शाहगंज द्वारा अज्ञात अभियुक्तगण के विरूद्ध अपराध क्रमांक 161/2015 अंतर्गत धारा 460, 396, 397, 395 भादवि के तहत पंजीबद्ध किया गया। विवेचना उपरांत कुल 8 आरोपियोें की संलिप्तता पाई जाने पर उनके विरूद्ध न्यायालय के समक्ष अभियोग पत्र प्रस्तुत किया गया। 7 साल तक मामले की छानबीन चलती रही। अब इस मामले में 7 आरोपियोें के फरार होने के कारण 1 आरोपी अवधेश चौहान उर्फ पप्पू के विरूद्ध अपर सत्र न्यायाधीश मनीष लोवंशी बुदनी के न्यायालय द्वारा आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई।