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Sehore News : मजदूर दिवस : निकाला पैदल मार्च, सौंपा ज्ञापन, तो इधर हुआ सम्मान

अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस पर राष्ट्रीय मानव अधिकार मंच ने श्रमिक बंधुओं का किया सम्मान

सीहोर। रविवार को एक मई श्रमिक दिवस के मौके पर जिला इंटक कौसिंल कमेटी, कांग्रेसजनों और क्षेत्र के बड़ी संख्या में मजदूरों के द्वारा शहर के कोतवाली चौराहे से पैदल मार्च निकालकर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर एक ज्ञापन एसडीएम बृजेश सक्सेना को सौंपा है। इस मौके पर 43 डिग्री के तापमान में धूप में तप रहे श्रमिकों के ज्ञापन को लिया और सभी श्रमिकों को श्रमिक दिवस की बधाई देते हुए तत्काल समस्याओं के निवारण का आश्वासन भी दिया।
इस मौके पर जिला इंटक कौसिंल कमेटी के महामंत्री जयमल सिंह राजपाल, शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष ओम वर्मा, मध्यप्रदेश पिछड़ा वर्ग के जिलाध्यक्ष राजेश भूरा यादव सहित अन्य संगठनों के पदाधिकारियों के आह्वान पर शहर की सड़कों पर श्रमिक दिवस के मौके पर मजदूरों की जोरदार नारेबाजी के साथ पैदल मार्च निकाला गया। पैदल मार्च शहर के कोतवाली चौराहे से तहसील चौराहे पर पहुंचा। इसके उपरांत यहां पर मौजूद एसडीएम ब्रजेश सक्सेना को मजदूर संगठनों द्वारा अपनी विभिन्न समस्याओं के तत्काल निराकरण को लेकर एक ज्ञापन सौंपा गया। इस संबंध में जिला इंटक कौसिंल कमेटी के महामंत्री जयमाल सिंह राजपाल और कांग्रेस शहर अध्यक्ष ओम वर्मा ने संयुक्त रूप से संबोधित करते हुए कहा कि बीएसआई लिमिटेट कंपनी की विभिन्न कृषि फार्मों की कृषि को राजस्व विभाग द्वारा मध्यप्रदेश सिलिंग अधिनियम के अंतर्गत अतिशेष घोषित कर शासन की होना बताकर राजस्व अभिलेखों में दर्ज किया जाता है।
गरीब मजदूर परिवार बेघर हो गए-
भूमि का अधिग्रहण कर लेने से सैकड़ों गरीब मजदूर परिवार बेरोजगार होकर भूखमरी का शिकार हो गए, भरण-पोषण की समस्या और अनेक आर्थिक कठिनाईयों होकर जीवन का संकट गहराता चला गया, साथ ही उक्त कृषि फार्मस पर पूर्व प्रैक्टिस एवं श्रम शासन, प्रबंधन एवं यूनियनों के आपसी समझौतों के अनुसार श्रमिकों का यह पीढ़ी दर पीढ़ी रोजगार भी रहता आया है, हमारी तीसरी मांग सीलिंग की उक्त भूमि पर अनेक नामचीन, दबंगों, भू-माफियाओं, पूंजीपतियों एवं अनेक लोगों ने कब्जा जमाकर अनाधिकृत अतिक्रमण कर लाखों, करोड़ों रुपए का लाभ कमा रहे हैं, ऐसे सभी लोगों के कब्जे हटाए जाएं। उनकी खड़ी फसलों एवं संपत्तियों को राजसात किया जाए, साथ-साथ जहां-जहां स्थायी निर्माण कर लिए गए हैं उसे हटाकर पूरी भूमि को मूल रूप में लाया जाए आदि मांग शामिल हैं। ज्ञापन देने प्रमुख रूप से जमीर बहादुर अध्यक्ष इंटक, राम मोहन श्रीवास्वत, नईम नवाब, राजेन्द्र वर्मा, हरीश आर्य, रघुवर सिंह दांगी, रमेश राठौर, पंकज शर्मा आदि शामिल थे।
छुटटी के दिन में समस्याओं को सुनने के लिए पहुंचे एसडीएम-
श्रमिक दिवस पर रविवार को जब पारा 43 डिग्री पर था, हाथों में बैनर और झंडे लेकर अपनी मांगों के समर्थन में पहुंचे श्रमिकों के ज्ञापन लेने के लिए एसडीएम ब्रजेश सक्सेना भी यहां मौजूद रहे। उन्होंने यहां पर मजदूरों की मांगों को पूरे ध्यान से सुना और उनकी समस्याओं के तत्काल समाधान का आश्वास देते हुए श्रमिक दिवस की सभी को बधाई दी।
अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस पर राष्ट्रीय मानव अधिकार मंच ने श्रमिक बंधुओं का किया सम्मान-
रविवार 1 मई 2022 को अंतरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय मानव अधिकार मंच के प्रदेश अध्यक्ष नोशाद खान के नेतृत्व एवं अनुसूचित जाति जनजाति के प्रदेश उपाध्यक्ष हरिश कौशल, अनुसूचित जाति जनजाति के जिलाध्यक्ष सेवा यादव, नगर अध्यक्ष महान कौशल के मुख्य अतिथ्य में स्थानीय श्रमिक विश्राम गृह पर बड़ी संख्या में उपस्थित श्रमिकगणों का पुष्पहारों से सम्मान किया गया। इस मौके स्वास्थ्य विभाग द्वारा मजदूर भाइयों का स्वास्थ्य परीक्षण केम्प भी लगाया गया था, स्वास्थ्य विभाग द्वारा किए इस श्रेष्ठ कार्य के लिए मंच के द्वारा शिविर में अपनी सेवा दे रहे सिविल सर्जन डॉ. अशोक मांझी सहित उपस्थित पुरी टीम का भी पुष्पहारों से सम्मान किया गया। इस मौके पर डॉ. अशोक मांझी ने उपस्थित श्रमिकगणों को शुभकामनाएं देते हुए आश्वस्त किया कि जो मजदूर आयूष्मान कार्ड से वंचित हैं, उनके लिए इसी सप्ताह में शिविर लगाकर पात्र हितग्राहियों के नि:शुल्क आयुष्मान कार्ड बनवाए जाएंगे। इस पर नोशाद खान ने स्वास्थ्य विभाग का आभार व्यक्त करते हुए सभी श्रमिकगणों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मजदूरों का सम्मान, उनके काम की निश्चित समय सीमा, मेहनताने सहित श्रमिकों के हितकारी व्यवस्थाओं को लेकर एक व्यवस्था के लिए आंदोलन शुरू होने की याद में इस दिन को मनाया जाता है।
पूर्व में श्रमिकगणों की समय-सीमा तय नहीं थी। उनके लिए कोई नियम-कायदे ही नहीं होते थे। मजदूरों से लगातार 15 घंटे या उससे भी ज्यादा समय तक काम लिया जाता था। उनकी छुट्टियों को लेकर भी कोई व्यवस्था नहीं थी। इसकी वजह से साल 1886 में 1 मई को एकजुट होकर हजारों मजदूरों ने बड़ा प्रदर्शन किया था। उनकी मांग थी कि मजदूरी का समय 8 घंटे निर्धारित किया जाए। इसके अलावा हफ्ते में एक दिन छुट्टी दी जाए, मजदूरों का पसीना सूखने से पूर्व उनकी पूरी मजदूरी दी जाये इसी को लेकर आन्दोलन किया गया था, इस लिये आज हम सब 1 मई को मजदूर दिवस मनाते हैं। नोशाद खान ने आगे कहा कि मेरा सभी मजदूर भाईयों से आग्रह है कि राष्ट्रीय मानव अधिकार मंच आपके हर सुख दुख साथ कन्धे-कन्धा मिलकर साथ है और आपकी हर समस्याओं की लड़ाई लड?े के लिये सतत तत्पर है। इस अवसर पर प्रमुख रुप से उपस्थित जनों में जितेन्द्र चौहान, साजिद पठान, अनोखीलाल, अजहर बाबा, अयाज लाला, नन्दु लोधी, कल्लु लोधी, श्याम लोधी, भोजराज, जगदीश परमार, संतोष जोशी, भादर सिंह, कुलदीप दांगी आदि उपस्थित रहे।

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