धान खरीदी केंद्रों पर अव्यवस्थाएं का अंबार, कल अंतिम दिन

15 जनवरी तक होनी है धान की खरीदी, लेकिन केंद्रों से उठाव नहीं होने के कारण तुलाई हो रही प्रभावित, खराब मौसम के बाद भी खुले आसमान के नीचे पड़ी हुई है धान की बोरियां

सीहोर-रेहटी। जिलेभर सहित रेहटी, बायां क्षेत्र में चल रही समर्थन मूल्य पर किसानों सेे धान खरीदी अव्यवस्थाओें की भेंट चढ़ रही है। इसके कारण खरीदी केंद्रों पर किसानों की ट्रेक्टर-ट्रॉलियों की लंबी-लंबी कतार लग गई है। सरकार ने धान खरीदी के लिए 15 जनवरी अंतिम तिथि घोषित की है, लेकिन किसानों के पास अब भी बड़ी संख्या में धान की उपज है। खरीदी केंद्रों पर धान की तुलाई करके खुले आसमान के नीचे ही रखी जा रही है। ऐसे में जहां इन केंद्रों पर जगह नहीं होने से तुलाई कार्य बेहद धीमा चल रहा है, तोे वहीं खराब मौसम होने से यदि बारिश हो गई तो बड़ी मात्रा मेें धान खराब हो सकती है।
धान खरीदी कार्य में कलेक्टर चंद्रमोेहन ठाकुर ने तेजी लाने के निर्देश दिए थे, लेकिन रेहटी एवं बायां क्षेत्र में स्थिति यह है कि पहले जहां दोे-तीन तौलकांटे चल रहे थेे तोे अब वहां पर एक-एक तौल कांटे सेे तुलाई की जा रही है। बायां स्थित साहू वेयर हाउस पर किसानों की उपज इतनी ज्यादा आ गई है कि वहां रखने की ही जगह नहीं है। धान का भंडारण एवं उठाव नहीं होने के कारण वेयर हाउस के सामनेे खुले आसमान के नीचेे धान की बोरियां रखी गई है। वेयर हाउस भी अंदर से पूरी तरह भरा हुआ है। इधर रेहटी मंडी में भी यही हाल है। धान का उठाव नहीं होने के कारण खुले में धान पड़ी हुई है। धान खरीदी का आज अंतिम दिन है, लेकिन अब भी कई किसान हैं, जिनकी धान नहीं तुल पाई है।
किसानोें को नहीं मिल रहे एसएमएस-
समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए किसानों को एसएमएस भेजे जा रहे हैं। एसएमएस मिलने के बाद ही उन्हें अपनी उपज लेकर खरीदी केंद्र पर पहुंचना है, लेकिन उनका नंबर आ गया हैै औैर उन्हें आज तक एसएमएस नहीं मिला। जब वे खरीदी केंद्र पर उपज लेकर पहुंचे तो उसे लेने से भी इनकार कर दिया गया। ऐसी स्थिति लगभग सभी धान खरीदी केंद्रों पर देखनेे को मिल रही है। एसएमएस की शिकायतें ज्यादातर किसान कर रहे हैं।
खरीदी में चल रही है धांधली-
बायां स्थित साहू वेयर हाउस पर अपनी उपज लेकर पहुंचे किसानोें ने आरोप लगाया है कि धान खरीदी में पूरी तरह से धांधली की जा रही है। सेटिंग करके पहले कई लोगों की धान खरीद ली गई है औैर अब किसानों सेे धान लेने में आना-कानी की जा रही है। किसानों का कहना है कि अब भी किसानों के पास बड़ी मात्रा में धान की उपज है, लेकिन खरीदी केंद्रों पर हो रही अव्यवस्थाओं के कारण उनकी धान की तुलाई नहीं हो पा रही है। एसएमएस भेजने में भी गड़बड़ियां की जा रही है। किसानों को समय पर एसएमएस नहीं मिल रहे हैं औैर वेे परेशान हो रहे हैं। इधर माथनी सोसायटी के अंतर्गत आने वाले धाकड़ वेयर हाउस पर भी तुलाई केंद्र बनाया गया है, लेकिन यहां पर भी सोसायटी कर्मचारियों द्वारा मनमानी करके धान की तुलाई की जा रही है। किसानों ने आरोप लगाया कि वे 5-6 दिनों से लाइन में खड़े हैं, लेकिन उनकी उपज लेने की बजाए सीधे ही उपज लेकर तौली जा रही है। धान खरीदी में भी कई तरह की धांधलियां की जा रही है।
इनका कहना है-
अभी तक 15 जनवरी तक की स्थिति में धान खरीदी करने के निर्देश हैं। इसके लिए सभी खरीदी केंद्रों पर तौैलकांटे एवं हिम्मालों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं। जिन किसानों को एसएमएस नहीं मिले थे उनकी सूची बुलाकर उन्हें फिर से एसएमएस भेजे गए हैं, ताकि वे 15 जनवरी तक अपनी उपज तुलवा दें।
– मुकेश श्रीवास्तव, सीईओे एवं मुख्य महाप्रबंधक, जिला केंद्रीय सहकारी बैंक, सीहोर