
आष्टा। नगर के शासकीय भगत सिंह महाविद्यालय के 4 करोड़ के भ्रष्टाचार के जांच रिपोर्ट अभी तक नहीं आने एवं जांच को प्रभावित करने वाले लोगों को हटाए जाने की मांग को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र कॉलेज परिषद के गेट के सामने तालाबंदी कर धरने पर बैठ गए। इस दौरान एव्हीबीपी द्वारा मांग के साथ नारेबाजी भी की गई। धरने की सूचना मिलते ही पुलिस एवं प्रशासन के अधिकारी धरनास्थल पर पहुंचे। एव्हीबीपी का कहना था कि प्राचार्य को कॉलेज के बाहर बुलवाया जाए। प्रशासन ने छात्रों की बात को मानते हुए प्राचार्य को बाहर बुलवा भी लिया था और ज्ञापन का वाचन भी किया जा रहा था। इसी दौरान अंदर से छात्र बाहर निकलने के लिए हंगामा करने लगे। उन्होंने गेट को खोल दिया। इस दौरान एक-दूसरे छात्रों में धक्का-मुक्की हुई, जिसे रोकने के लिए पुलिस प्रशासन ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों के साथ ही धक्का मुक्की कर दी। इससे उत्तेजित होकर छात्रों ने प्रशासन के खिलाफ खूब नारेबाजी की एवं ज्ञापन को फाड़ दिया। हंगामा करीब आधे घंटे तक चलता रहा। प्रदर्शनकारी छात्र दोबारा से धरने पर बैठकर नारेबाजी करने लगे। छात्र शुभम व्यास का कहना था कि हम बात कर रहे थे, तभी पुलिस ने झूमा झटकी धक्का-मुक्की की। इससे छात्रों में आक्रोश है। छात्र अपना प्रदर्शन कर रहे हैं और जायज बात पर प्रदर्शन किया जा रहा है। छात्रों का पैसा है जो उनकी पढ़ाई-लिखाई में काम आना चाहिए था। हम मांग करते हैं कि दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई हो, उन्हें निलंबित किया जाए और उन्हें कॉलेज से बाहर किया जाए। एसडीएम आनंद सिंह राजावत का कहना है कि हमें जानकारी मिली की कॉलेज का गेट बंदकर छात्र आंदोलन कर रहे हैं। हमने उनकी बात सुनी उनका कहना था कि प्रबंधन को बाहर बुलवाया जाए। उसके बाद ज्ञापन देंगे ऐसा हुआ भी किंतु काफी समय से जो छात्र अंदर फंसे हुए थे वह बाहर जाना चाहते थे जब गेट खोल कर प्राचार्य समक्ष बात हो गई।