रेहटी
आदिवासियों का हक छीन रही भाजपा सरकार : सज्जन सिंह वर्मा
गिन्नौरगढ़ के किले तक जाने वाले थे कांग्रेस के नेता, लेकिन वन विभाग ने रोका
रेहटी। भारतीय जनता पार्टी की सरकार एक तरफ आदिवासियों को रिझाने के लिए रानी कमलापति के नाम पर रेलवे स्टेशन का नामकरण कर रही है, वहीं दूसरी ओर उन्हीं रानी कमलापति का गिन्नौरगढ़ किला देखरेख के अभाव में विलुप्त अवस्था में पहुंच चुका है। भाजपा सिर्फ वोट के लिए आदिवासियों को रिझा रही है, लेकिन उनको उनका अधिकार नहीं दे रही है। ये बातें पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कही। वे शुक्रवार को गिन्नौरगढ़ के किले की सफाई के लिए वहाँ पहुँचे थे, लेकिन उन्हें वन विभाग के अमले ने रोक दिया। इसके बाद वे गिन्नौरगढ़ के रास्ते पर धरने पर बैठ गए।
सज्जन सिंह वर्मा कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ के साथ गिन्नौरगढ़ के किले पर धरना देने के लिए पहुंचे थे, लेकिन वन विभाग ने किले पर जाने वाले रास्ते को वेरिकेट्स लगाकर बंद कर दिया। जब कांग्रेसी गिन्नौरगढ़ जाने की जिद करने लगे तो रायसेन डीएफओ तथा अन्य अधिकारियों ने रेस्ट हाउस में कांग्रेस नेताओं के साथ बैठक की और अभयारण्य के नियम बताकर इतनी भीड़ के साथ नेताओं को वहां जाने से मना कर दिया। इस पर कांग्रेसी भड़क गए और वापस गिन्नौरगढ़ मार्ग पर पहुंचे, जहां वन विभाग के अधिकारियों ने दरवाजे में ताला डाल रखा था। पूर्व मंत्री ने कहा कि आदिवासियों को अमावस्या एवं चौदस पर अपने देवी-देवताओं की पूजा करने गिन्नौरगढ़ जाने की अनुमति थी, लेकिन अब भाजपा के शासनकाल में उन्हें पूजा-पाठ करने से भी रोका जा रहा है। मुख्यमंत्री को नैतिकता के आधार पर रानी कमलापति के किले का जीर्णोद्धार करवाना चाहिए।
कांग्रेस की जन जागरण यात्रा सलकनपुर पहुंची-
इधर कांग्रेस की जन जागरण यात्रा भी रमघड़ा से शुरू होकर सलकनपुर पहुंची। कांग्रेस द्वारा यह यात्राएं प्रदेश भर में निकाली जा रही हैं। बुधनी विधानसभा में यात्रा कांग्रेस नेत्री अनुमा आचार्य द्वारा निकाली जा रही है। उनके साथ स्थानीय नेता भी यात्रा में शामिल हैं। यात्रा गुरुवार को रमघड़ा पहुंची थी। रात्रि विश्राम के बाद यात्रा सुबह रमघड़ा से शुरू होकर सलकनपुर पहुँची। शुक्रवार को यात्रा का पड़ाव सलकनपुर में ही रहा। आज यात्रा यहां से रवाना होगी। यात्रा में कांग्रेस नेता सज्जन सिंह वर्मा भी शामिल हुए। इस दौरान जिला प्रभारी रामवीर सिकरवार, जिलाध्यक्ष बलवीर सिंह तोमर, विधानसभा प्रतिनिधि मलखान सिंह सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता एवं पार्टी पदाधिकारी भी शामिल रहे।