धर्म

जानें फाल्गुन महीना का क्या हैं महत्व..

फाल्गुन हिंदू धर्म का एक महीने है, जिसे हिंदू कैलेंडर में फाल्गुन मास कहा जाता है। हिंदू धर्म के अनुसार विक्रम सावंत के अनुसार 12 महीने होते हैं और यह हिंदू कैलेंडर का आखिरी महीना होता है। फरवरी और मार्च के महीने ग्रेगोरियन कैलेंडर में हैं। इसके बाद चैत्र का महीना आता है जिसे हिंदू नववर्ष की शुरुआत माना जाता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार प्रत्येक मास का अपना महत्व होता है, इस प्रकार फाल्गुन मास का अपना महत्व है। हिन्दू धर्म में मास का परिवर्तन चंद्र चक्र पर निर्भर करता है, चन्द्रमा जिस नक्षत्र में स्थित होता है, उसी नक्षत्र के आधार पर उस मास का नाम रखा जाता है।

फाल्गुन मास की पूर्णिमा को चंद्रमा फाल्गुनी नक्षत्र में रहता है, इसलिए इस मास को फाल्गुन मास कहा जाता है। फाल्गुन मास में धीरे-धीरे गर्मियां शुरू हो जाती हैं और सर्दी कम होने लगती है। हिंदू धर्म के सबसे प्रसिद्ध त्योहार होली और महाशिवरात्रि फाल्गुन के महीने में मनाए जाते हैं। कहा जा सकता है कि होली के पर्व के साथ ही एक सौर वर्ष का समापन होता है। सौर धार्मिक कैलेंडर में, फाल्गुन का महीना सूर्य के मीन राशि में प्रवेश के साथ शुरू होता है।

6 फरवरी से शुरू होगा फाल्गुन महीना

साल 2023 में फाल्गुन महीने की शुरुआत 6 फरवरी 2023, सोमवार से हो रही है और यह माह 7 मार्च 2023, मंगलवार को समाप्त हो रहा है। फाल्गुन मास में भगवान शंकर के अलावा माता सीता, श्री कृष्ण, मां लक्ष्मी और चंद्र देव की पूजा करने से भी शुभ फर की प्राप्ति होती है। धार्मिक मान्यता है इस इस सभी देवी देवताओं की आराधना करने से हर कष्ट से छुटकारा मिल जाता है और सुख-समृद्धि, धन-ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।

फाल्गुन मास का महत्व

फाल्गुन मास का हिन्दू धर्म में विशेष महत्व है, इस महीने में होली, विजय एकादशी, फुलेरा दूज, महाशिवरात्रि और भी अन्य पर्व मनाए जाते हैं। फाल्गुन मास में भगवान श्रीकृष्ण की पूजा करना विशेष फलदायी माना जाता है। इस दौरान श्रीकृष्ण के 3 रूपों- बाल कृष्ण, युवा कृष्ण और गुरु कृष्ण की पूजा की जाती है। साथ ही पौराणिक मान्यताओं के अनुसार चंद्रदेव का जन्म फाल्गुन माह में ही हुआ था इसलिए चंद्र देव की भी इसी माह में पूजा की जाती है। इस मास में दान, पुण्य और तर्पण करना लाभकारी माना गया है। गरीब और जरूरतमंद लोगों को अपनी योग्यता के अनुसार शुद्ध घी, सरसों का तेल, अनाज, वस्त्र आदि दान करना फलदायी होता है। इससे पुण्य की प्राप्ति होती है। पितरों को आत्मिक शांति मिलती है।

फाल्गुन मास के प्रमुख त्योहार

17 फरवरी 2023 शुक्रवार- विजया एकादशी
18 फरवरी 2023 शनिवार- महाशिवरात्रि, मासिक शिवरात्रि, प्रदोष व्रत, शनि त्रयोदशी
20 फरवरी 2023 सोमवार- फाल्गुन अमावस्या, सोमवती अमावस्या
21 फरवरी मंगलवार- फुलेरा दूज
3 मार्च 2023 शुक्रवार- आमलकी एकादशी
7 मार्च 2023 मंगलवार- होलिका दहन
8 मार्च 2023 बुधवार- होली

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