रच दिया इतिहास: वर्ल्ड चैंपियनशिप में नीरज सोना बनकर दमके
भाला फेंक में 40 साल के इतिहास में पहली बार किसी भारतीय ने जीता सोना
बुडापेस्ट। ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के बाद भारतीय जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने एक और इतिहास रच दिया है। हंगरी के बुडापेस्ट में आयोजित वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रविवार देर उन्होंने 88.17 मीटर तक भाला फेंककर स्वर्ण पदक अपने नाम किया।
पदक का रंग बदला
वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियन में नीरज ने पिछले साल यूजीन में रजत पदक जीता था, इस बार वे अपने पदक का रंग बदलने में कामयाब रहे। यह चैंपियनशिप 1983 से हो रही है। वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में यह भारत का ओवरऑल तीसरा पदक है।
प्रधानमंत्री ने दी बधाई
नीरज की ऐतिहासिक जीत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बधाई दी। कहा कि प्रतिभाशाली नीरज ने अपना सर्वश्रेष्ठ दिखाया है। उनका समर्पण, सटीकता और जुनून, उन्हें न सिर्फ एथलेटिक्स में चैंपियन बनाता है, बल्कि पूरे खेल जगत में उन्हें उत्कृष्टता का प्रतीक बनाता है। नीरज एक साथ ओलंपिक और वर्ल्ड चैंपियनशिप दोनों का गोल्ड जीतने वाले पहले भारतीय एथलीट बन गए हैं। उन्होंने 2021 में हुए टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण जीता था। भारत ओलंपिक में साल 1900 से शिरकत कर रहा है, लेकिन ट्रैक एंड फील्ड इवेंट्स में नीरज से पहले किसी भारतीय ने स्वर्ण तो छोड़िए किसी भी रंग का पदक नहीं जीता था।