सुमित शर्मा, सीहोर
सीहोर जिले के बुधनी विधानसभा में होने वाले उपचुनाव को लेकर शंखनाद हो गया है। उपचुनाव को लेकर आचार संहिता भी प्रभावशील हो गई है। उपचुनाव के लिए 18 से 25 अक्टूबर तक नामांकन भरे जाएंगे। 28 अक्टूबर को नाम निर्देशन पत्रों की संवीक्षा होगी एवं 30 अक्टूबर को नाम वापस लिए जा सकेंगे। इसके बाद 13 नवंबर को मतदान एवं 23 नवंबर को चुनाव परिणाम आ जाएंगे। अब उपचुनाव के रण में ’योद्धाओं’ का इंतजार है। अब तक भाजपा और कांग्रेस ने अपने अधिकृत प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है। प्रदेश नेतृत्व ने पैनल बनाकर केंद्रीय नेतृत्व को नाम भेज दिए हैं। अब गेंद केंद्र के पाले में है।
बुधनी विधानसभा में होने जा रहे उपचुनाव में इस बार भाजपा के साथ ही कांग्रेस में भी जमकर कश्मकश चल रही है। बताया जा रहा है कि भाजपा प्रदेश नेतृत्व ने तीन से अधिक नामों का पैनल दिल्ली भेजा है। इनमें रमाकांत भार्गव, कार्तिकेय सिंह चौहान, रवि मालवीय, आसाराम यादव, गुरूप्रसाद शर्मा, मारूति शिशिर, राजेंद्र सिंह राजपूत के नाम सामने आ रहे हैं। इसी तरह कांग्रेस में भी प्रबल दावेदार विक्रम मस्ताल शर्मा ’हनुमानजी’ सहित राजकुमार पटेल, अजय पटेल सहित अन्य नामों की चर्चाएं हैं। टिकट को लेकर पहले भोपाल तक तो अब दिल्ली तक भी नेताओं की दौड़ लग रही है। हालांकि भाजपा से बुधनी विधानसभा मेें टिकट का निर्णय काफी कुछ केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान पर भी टिका हुआ है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बार दीवाली से पहले कौन की किस्मत चमकती है।
जीत के लिए चल रही जोर-आजमाईश –
बुधनी विधानसभा सीट पर जीत दर्ज कराने के लिए इस बार भाजपा के साथ ही कांग्रेस ने भी अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। आचार संहिता से पहले जहां बुधनी विधानसभा में कांग्रेस पार्टी ने टिफिन बैंठकें लेकर रणनीति तैयार की थी तो वहीं टैक्टर यात्रा निकालकर जंगी प्रदर्शन भी किया था। वहीं भाजपा ने भी मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री के कार्यक्रम आयोजित करवाकर यहां पर कई सौगातों की झड़ी लगवा दी। ऐसे में कोई भी इस बार इस सीट को आसानी से नहीं छोड़ने वाला है। इस बार उपचुनाव बेहद कांटे का होगा, जिसमें भाजपा और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की यहां पर सभाएं होंगी तो वहीं रोड शो एवं प्रचार-प्रसार में भी कोई कमी नजर नहीं आएगी।