कलेक्टर-एसपी ने किया जिला जेल का औचक निरीक्षण, बंदियों को वितरित किए गर्म कपड़े
शीत ऋतु के मद्देनजर पर्याप्त कंबल व दवाओं के निर्देश, बोले- अपराध छोड़ समाज की मुख्यधारा से जुड़ें बंदी

सीहोर। कलेक्टर बालागुरू के. एवं पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार शुक्ला ने जिला जेल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों ने जेल की सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया और बंदियों को दी जा रही मूलभूत सुविधाओं की समीक्षा की। कड़ाके की ठंड को देखते हुए कलेक्टर ने जेल प्रशासन को निर्देश दिए कि प्रत्येक बंदी के पास पर्याप्त संख्या में शाल और कंबल उपलब्ध हों।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर और एसपी ने मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए आर्थिक रूप से अक्षम कैदियों को स्वेटर वितरित किए। उन्होंने जेल अस्पताल का भ्रमण कर दवाओं की उपलब्धता और चिकित्सा व्यवस्थाओं को परखा। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि बंदियों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण किया जाए और आपातकालीन चिकित्सा सुविधाओं को हमेशा सुदृढ़ रखा जाए।

भोजन की गुणवत्ता और स्वच्छता का परीक्षण
अधिकारियों ने जेल की रसोई का निरीक्षण कर वहां बनने वाले भोजन की गुणवत्ता जांची। उन्होंने जेल अधीक्षक को निर्देशित किया कि बंदियों को निर्धारित मापदंडों के अनुसार पौष्टिक और शुद्ध भोजन उपलब्ध कराया जाए। साथ ही पेयजल की शुद्धता और जेल परिसर की साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।
बंदियों को दी सकारात्मक जीवन की समझाइश
कलेक्टर बालागुरू और एसपी शुक्ला ने बैरकों में जाकर बंदियों से सीधा संवाद किया। उन्होंने बंदियों को प्रेरित करते हुए कहा कि जेल केवल सजा काटने की जगह नहीं, बल्कि सुधार का केंद्र है। उन्होंने समझाइश दी कि वे यहां से रिहा होने के बाद अपराध का मार्ग त्यागें और सकारात्मक सोच के साथ समाज की मुख्यधारा से जुडक़र सम्मानजनक जीवन शुरू करें।
सुरक्षा और कौशल विकास पर निर्देश
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने कैदियों के प्रकरणों की स्थिति और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने जेल में अनुशासन बनाए रखने के साथ-साथ नशामुक्ति परामर्श, योग, शारीरिक गतिविधियों और कौशल विकास कार्यक्रमों को बढ़ावा देने की बात कही, ताकि रिहाई के बाद बंदी आत्मनिर्भर बन सकें। इस अवसर पर जेल अधीक्षक प्रतिमा पटेल सहित जेल विभाग के अन्य वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित रहे।



