भोपालमध्य प्रदेश

राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने राज्य-स्तरीय समारोह में राष्ट्र ध्वज फहराया

भोपाल

राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने 73वें गणतंत्र दिवस के मौके पर भोपाल के लाल परेड मैदान में राज्य-स्तरीय कार्यक्रम में राष्ट्रीय ध्वज फहराया। इसके बाद राज्यपाल ने आकर्षक परेड की सलामी ली। लाल परेड ग्राउण्ड में परेड में 14 टुकड़ियाँ शामिल थीं।

राज्यपाल पटेल ने परेड का निरीक्षण किया। इसके बाद परेड कमाण्डर सुप्रियंका शुक्ला के नेतृत्व में मार्च-पास्ट किया गया। परेड के टू.आई.सी. पंकज मिश्रा थे। परेड में हॉक फोर्स, एसटीएफ, मध्यप्रदेश विशेष सशस्त्र बल-1 और 2, मध्यप्रदेश पुलिस महिला, जिला पुलिस बल, जेल विभाग, छत्तीसगढ़ प्लाटून, मध्यप्रदेश होमगार्ड, मिश्रित प्लाटून, सीनियर डिवीजन एनसीसी, आर्मी विंग गर्ल्स, एनसीसी आर्मी विंग बॉयज, पुलिस बैण्ड और श्वान दल के दस्तों ने भाग लिया। राज्यपाल पटेल ने खुले आकाश में रंगीन गुब्बारे छोड़े।

जनजातीय नृत्य की प्रस्तुति

राज्य-स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह में प्रदेश की जनजातीय संस्कृति पर केन्द्रित भील-भगोरिया नृत्य की प्रस्तुति दी गई। मध्यप्रदेश में निवास करने वाली 7 प्रमुख जनजातियों में से भील मुख्य जनजाति है। नर्तक दल ने विविध पदचाप, समूहन पालीय, चक्रीपाली तथा प्रामिट नृत्य मुद्राएँ आकर्षक ढंग से प्रस्तुत कीं। नृत्य दल में रंग-बिरंगी वेषभूषा में सजे-धजे युवक-युवतियॉ शामिल हुए। प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों में फागुन के मौसम में होली से पूर्व भगोरिया हाटों का आयोजन होता है। जनजातीय कलाकारों ने भगोरिया नृत्य के माध्यम से परेड ग्राउण्ड में उपस्थित नागरिकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

विकास को झाँकियों के माध्यम से किया गया प्रस्तुत

राज्य-स्तरीय गणतंत्र दिवस समारोह में प्रदेश की प्रगति और जन-भागीदारी से विकास के आयाम को आकर्षक झाँकियों के माध्यम से प्रदर्शित किया गया। झाँकी के प्रथम भाग में प्रदेश में उत्पादित विभिन्न उत्पादों का प्रदर्शन किया गया। झाँकी में बताया गया कि प्रदेशभर में जन-भागीदारी से खाद्य प्र-संस्करण इकाइयाँ धनिया, आम, संतरा, मौसंबी आदि के लिये स्थापित की गई हैं। इससे किसानों की आय और प्रदेश की जीडीपी में बढ़ोत्तरी हुई है। झाँकी के दूसरे भाग में आगर-मालवा में स्थापित टमाटर और संतरा की प्र-संस्करण इकाई को प्रदर्शित किया गया। झाँकी में बताया गया कि प्रदेश के किसान उद्यानिकी में आधुनिक विधि पॉली-हाउस, टपक सिंचाई, कृषि में प्लास्टिक शीट का उपयोग कर रहे हैं।

किसान-कल्याण तथा कृषि विभाग की झाँकी में पिछले 7 वर्षों से भारत सरकार के प्रतिष्ठित कृषि कर्मण अवार्ड को प्रदर्शित किया गया। प्रदेश में उन्नत खेती के कारण देशभर में कृषि क्षेत्र में तिलहन में प्रथम स्थान और दलहन में द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ है। झाँकी में बालाघाट जिले के चिन्नौर चावल को जी.आई. टैग प्रदान किये जाने को प्रदर्शित किया गया। गृह विभाग की झाँकी में प्रदेश के समस्त जिलों के 700 थानों में ऊर्जा महिला हेल्प-डेस्क की स्थापना को प्रदर्शित किया गया। ऊर्जा महिला डेस्क के माध्यम से पीड़ित महिलाओं, बच्चों एवं बुजुर्गों को एक ही स्थान पर हर तरह की मदद दी जा रही है। झाँकी में आम नागरिकों को घर बैठे ई-एफआईआर करने की वैकल्पिक सुविधा को प्रदर्शित किया गया था। जनजातीय कार्य विभाग की झाँकी में जनजातीय शिल्प और उत्पादों की भौगोलिक पहचान के साथ जी.आई. टैगिंग को प्रदर्शित किया गया। झाँकी में वन्या सामुदायिक रेडियो के संचालन को प्रदर्शित किया गया।

गणतंत्र दिवस पर जेल विभाग की झाँकी में जन-भागीदारी से बंदियों को खेलों का प्रशिक्षण, गौ-पालन एवं बंदियों की योग क्रियाओं को करते हुए प्रदर्शित किया गया। नगरीय विकास एवं आवास विभाग की झाँकी में मिशन-2.0 के लिये स्वच्छता के क्षेत्र में प्राप्त लक्ष्य को प्रदर्शित किया गया। इसके साथ ही झाँकी में भोपाल स्मार्ट सिटी डेव्हलपमेंट कम्पनी द्वारा पब्लिक बाइक शेयरिंग परियोजना को दिखाया गया था। झाँकी में पब्लिक ट्रांसपोर्ट की इंटरसिटी बस संचालन को रेखांकित किया गया।

पर्यटन विभाग की झाँकी में ग्रामीण पर्यटन योजना के विभिन्न आयामों को आकर्षक ढंग से प्रस्तुत किया गया। प्रदेश में 100 ग्रामों को पर्यटन ग्राम के रूप में विकसित किया जा रहा है। मध्यप्रदेश पर्यटन बोर्ड को वर्ल्ड ट्रेवल मार्ट लंदन द्वारा प्रदत्त रिस्पांसिबल टूरिज्म अवार्ड 2020-21 को प्रदर्शित किया गया। इसके साथ ही पशुपालन विभाग की झाँकी में पशुपालकों की आत्म-निर्भरता के उद्देश्य से विभाग में संचालित किसान क्रेडिट कार्ड योजना को दिखाया गया। झाँकी में मध्यप्रदेश दुग्ध महासंघ द्वारा निर्मित किये जा रहे विभिन्न उत्पादों को भी प्रदर्शित किया गया। पुरातत्व विभाग की झाँकी में मोती महल, रामनगर जिला मण्डला को रेखांकित किया गया। गोंड राजवंश की राजधानी रामनगर की अनमोल धरोहर के संरक्षण के लिये पुरातत्वीय तकनीक से किये गये अनुरक्षण कार्यों को झाँकी के माध्यम से प्रदर्शित किया गया। पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग की झाँकी में गाँवों के अभ्युदय को प्रस्तुत किया गया। प्रदेश की 22 हजार 710 ग्राम पंचायतें आत्म-निर्भरता की ओर अग्रेषित हैं। झाँकी में स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण को भी दिखाया गया। प्रदेश के सभी ग्रामों को वर्ष 2025 तक पूरी तरह से स्वच्छ बनाकर ओडीएफ प्लस घोषित किये जाने का लक्ष्य है। मछुआ कल्याण की झाँकी में जन-भागीदारी से मछली-पालन से विकास को दिखाया गया। महिला-बाल विकास विभाग की झाँकी में आँगनवाड़ी की सेवाओं को बेहतर बनाने के लिये समुदाय के सहयोग से चलाये जा रहे आओ एक आँगनवाड़ी गोद लें कार्यक्रम को दिखाया गया।

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी की झाँकी में मध्यप्रदेश के मतदाताओं की लोकतंत्र में भागीदारी को प्रदर्शित किया गया। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की झाँकी में ग्राम के हर घर में नल-जल योजना पहुँचाए जाने की योजना को दिखाया गया। इसके साथ ही जन-भागीदारी से नल-जल योजना का संचालन और संधारण दिखाया गया। वन विभाग की झाँकी में वन क्षेत्रों की सुरक्षा, ईको विकास समिति का गठन, बाँस मिशन और बफर से सफर को रेखांकित किया गया। सामाजिक न्याय एवं नि:शक्तजन कल्याण विभाग की झाँकी में नि:शक्तजन विवाह प्रोत्साहन योजना को प्रदर्शित किया गया। झाँकी में दिव्यांग सत्येंद्र सिंह को दिखाया गया, जिन्होंने तैराकी प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल प्राप्त कर मध्यप्रदेश का नाम गौरवान्वित किया। स्वास्थ्य विभाग की झाँकी में कोविड अनुकूल व्यवहारों को दर्शाया गया। झाँकी में क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी की सक्रियता और कोविड-19 नियंत्रण के लिये प्रभावी रणनीति और उस पर किये जा रहे कामों को प्रदर्शित किया गया।

झाँकियों को पुरस्कार

लाल परेड ग्राउण्ड में आयोजित समारोह में पर्यटन विभाग की झाँकी को प्रथम स्थान, जेल विभाग की झाँकी को द्वितय स्थान और वन विभाग की झाँकी को तृतीय स्थान मिला।

 

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