बसपा को यूपी विधानसभा चुनाव से पहले लगा झटका, वरिष्ठ नेता और पूर्व विधायक सुरेश बंसल का निधन
गाजियाबाद
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को आज एक बड़ा झटका लगा है। पार्टी के वरिष्ठ नेता और गाजियाबाद से पूर्व विधायक रहे सुरेश बंसल का शनिवार को बीमारी के चलते निधन हो गया, जिसके बाद बसपा कार्यकर्ताओं में शोक की लहर है। सुरेश बंसल 2012 में गाजियाबाद शहर विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे। हालांकि, 2017 में वह अतुल गर्ग से हार गए थे। उसके बाद से वह पार्टी में लगातार बने रहे। इस बार फिर पार्टी ने उन्हें शहर विधानसभा से पार्टी ने अपना प्रत्याशी घोषित किया था। प्रत्याशी घोषित होने के बाद 80 वर्षीय सुरेश बंसल की 13 जनवरी को तबीयत खराब हो गई। उन्हें कौशांबी स्थित यशोदा सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां जांच में वह कोरोना संक्रमित पाए गए और अचानक ही उन्हें सांस लेने में ज्यादा परेशानी हुई तो उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया।
यशोदा अस्पताल के डॉक्टरों के मुताबिक, चार वरिष्ठ डॉक्टरों की टीम लगातार उनकी निगरानी कर रही थी। हालांकि 26 जनवरी को दोबारा से उनका कोरोना टेस्ट कराया गया, जिसमें वह निगेटिव आए, लेकिन कोमोर्बिडिटी, ह्रदय रोग, किडनी रोग होने के कारण उन्हें सांस लेने की गंभीर समस्या बनी रही और वह वेंटिलेटर से बाहर नहीं आ सके और शनिवार सुबह करीब 10:30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। बंसल की सेहत में सुधार न होने के कारण पार्टी ने आनन-फानन में भाजपा छोड़कर आने वाले केके शुक्ला को उनके स्थान पर अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया था। बंसल के निधन की सूचना मिलने के बाद गाजियाबाद शहर सीट से भाजपा के प्रत्याशी एवं राज्य मंत्री अतुल गर्ग ने गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक सुरेश बंसल एक अच्छे वक्ता, व्यवहार कुशल और मृदुभाषी थे। वह एक कुशल राजनीतिज्ञ थे। उनके निधन से शहर के एक अच्छे राजनीतिज्ञ की कमी हुई है।