दूसरे टेस्ट शतक से चूके श्रेयस अय्यर ने इस बयान से जीता दिल
नई दिल्ली
के बीच दो टेस्ट मैच की सीरीज का दूसरा और आखिरी मुकाबला बेंगलुरु के एम चिन्ना स्वामी स्टेडियम में खेला जा रहा है। डे-नाइट टेस्ट में बेंगलुरु की पिच बल्लेबाजों के लिए काफी खतरनाक साबित हो रही है। इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि पहले दिन का खेल खत्म होने तक कुल 16 विकेट गिरे। मगर इस मुश्किल पिच पर भी भारतीय बल्लेबाज श्रेयस अय्यर (Shreyas Iyer) ने बल्लेबाजी को आसान बना दिया। जहां सभी बल्लेबाज परेशान दिख रहे थे, वहीं अय्यर ने 98 गेंदों पर 10 चौकों और 4 गगनचुंबी छक्कों की मदद से 92 रनों की पारी खेल टीम को 252 के स्कोर तक पहुंचाया, हालांकि वह अपने दूसरे टेस्ट शतक से जरूर चूक गए। मैच के दौरान अपनी बल्लेबाजी से फैंस का मनोरंजन करने वाले अय्यर ने मैच के बाद दिए अपने बयान से दिल जीत लिया।
श्रेयस अय्यर ने मैच के बाद कहा "जब मैं अंदर बैठा था तो हर ओवर में ड्रामा हो रहा था और रोमांच तेजी से बढ़ रहा था। मैं गेंद को डिफेंस करते हुए आउट नहीं होना चाहता था क्योंकि रन बनाने के बजाय इस तरह से आउट होने की संभावना अधिक होती है। मैं पॉजिटिव होकर मैदान पर उतरा था। जब बाएं हाथ का स्पिनर गेंदबाजी कर रहा था, तब कोई मिड-विकेट नहीं था और मेरा प्लान था कि मैं आगे बढ़कर एक रन देखूं क्योंकि मिड-ऑफ भी पीछे था। यहां तक कि अगर मैं गेंद को अगर जोर से भी मारता तो वह सुरक्षित स्थान पर गिरती।"
अपने शतक को लेकर इस खिलाड़ी ने कहा "मेरे दिमाग में शतक नहीं था, एक बार जब मैं 80 के पार पहुंचा, तो जस्सी (बुमराह) वास्तव में अच्छी तरह से गेंद को डिफेंस कर रहा था और मैंने कभी नहीं सोचा था कि मुझे 5वीं-6वीं गेंद पर सिंगल लेना है। यह खेल का हिस्सा है। आज मेरा दिन नहीं था और मुझे कोई पछतावा नहीं है। जब गेंद नई थी तो वह स्विंग कर रही थी। हमने ड्रेसिंग रूम में चर्चा की कि तेज गेंदबाज बहुत बड़ी भूमिका निभाने वाले हैं और हमने यही देखा।" भारत को 252 रनों पर समेटने के बाद श्रीलंका टीम ने पहले दिन का खेल खत्म होने तक अपने 6 विकेट 86 रन पर गंवा दिए हैं। टीम इंडिया की ओर से जसप्रीत बुमराह ने तीन और मोहम्मद शमी ने दो विकेट लिए वहीं अक्षर पटेल को एक सफलता मिली।