‘विराट कोहली की प्रेस कॉन्फ्रेंस से आया तूफान, सौरव गांगुली को भी इसमें घसीटा गया’
नई दिल्ली
भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली को वनडे कप्तानी से हटाने के हाल के विवाद से कुछ ज्यादा ही बवाल मचा है। कोहली ने दक्षिण अफ्रीका के लिए टीम के रवाना होने से दिन पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस करके उन घटनाओं के बारे में बात की, जिनके कारण उन्हें वनडे टीम की कप्तानी से हटाया गया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में सबसे बड़ी बात यह थी कि कोहली ने गांगुली को झूठा साबित करने की कोशिश की। बीसीसीआई अध्यक्ष ने पहले कहा था कि बोर्ड ने कोहली को कप्तानी नहीं छोड़ने को कहा था जबकि भारतीय टेस्ट कप्तान ने कॉन्फ्रेंस करके कहा कि बीसीसीआई अध्यक्ष या बोर्ड ने उनसे ऐसा कुछ नहीं कहा था।
इस विवाद पर टीम इंडिया के पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने अपनी राय दी है। उन्होंने कहा कि गांगुली और कोहली का विवाद गलत समय पर आया, लेकिन भारत के पास राहुल द्रविड़ के रूप में ऐसी स्थिति को संभालने के लिए एक आदर्श व्यक्ति है। कैफ ने इंडिया डॉट कॉम के लिए अपने कॉलम में लिखा, 'हाल ही में भारतीय क्रिकेट एक बार फिर गलत कारणों से चर्चा में है। साउथ अफ्रीका रवाना होने से पहले भारतीय कप्तान विराट कोहली की प्रेस कॉन्फ्रेंस ने तूफान खड़ा कर दिया, जिसमें सौरव गांगुली को भी घसीटा गया। लेकिन भारतीय क्रिकेट का यह सौभाग्य ही है कि उनके पास संकटमोचक मौजूद हैं हम उन्हें राहुल द्रविड़ के नाम से जानते हैं, जो भारतीय टीम के नए हेड कोच हैं। मैं राहुल भाई के साथ और उनके अंडर में खेला हूं तो मैं यह सुरक्षित रूप से यह कह सकता हूं कि अगर भारतीय टीम के जहाज को कोई संभालने वाला था, तो वह वही (द्रविड़) हैं।'
द्रविड़ ऐसे मामलों के योद्धा
टीम इंडिया के सबसे बेस्ट फील्डरों में से एक रहे कैफ ने आगे कहा, 'मैं पूरे भरोसे के साथ यह कह सकता हूं बतौर भारतीय क्रिकेटर और कप्तान द्रविड़ ने खूब उतार-चढ़ाव देखे हैं। वह तब भारतीय टीम के कप्तान थे, जब ग्रेग चैपल बतौर कोच टीम के साथ थे। वह उस समय आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के कप्तान थे, जब साल 2013 में स्पॉट फिक्सिंग मामला सामने आया था। बतौर कप्तान इन लम्हो ने उन्हें टेस्ट किया और वह इनसे एक योद्धा की तरह जीत कर ही निकले। उनके बातचीत का ढंग, धैर्य, अहम को संभालने का ढंग और इन सबसे ऊपर उनकी निस्वार्थ भावना उन्हें खास बनाती है।'
टीम बॉन्डिंग के लिए बायो बबल बहुत मददगार
उन्होंने कहा, 'मैदान की चुनौतियां एक ओर हैं वहीं दूसरी ओर यह बहुत अच्छी बात है कि भारत विदेश में खेल रहा है। अगर खिलाड़ी सोशल मीडिया और अपने मोबाइल पर आने वाली न्यूज फीड से दूर रहते हैं तो वे आसानी से इस विवाद को बंद कर सकते हैं। बायो सिक्योर बबल में रहने से उन्हें एक दूसरे के साथ समय बिताने का ज्यादा मौका मिलेगा। मैं दिल्ली कैपिटल्स में बतौर सपॉर्ट स्टाफ अपने अनुभव के आधार पर यह बता सकता हूं टीम की आपस में बॉन्डिंग के लिए बायो बबल बहुत मददगार है। इसके अलावा मुझे पूरा भरोसा है कि द्रविड़ को यह सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा कि सभी खिलाड़ियों का फोकस मैच पर ला सकें।'