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‘शिव’ के गढ़ में ‘नाथ’ की पहली बार आमद!

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बुदनी विधानसभा के सलकनपुर धाम में पहली बार आ रहे हैं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ

सुमित शर्मा

सलकनपुर वाली मां बिजासन के आर्शीवाद से सत्ता सुख भोग रहे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के बुदनी विधानसभा क्षेत्र में पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीसीसी चीफ कमलनाथ पहली बार आ रहे हैं। वे सलकनपुर धाम में मां बिजासन के दर्शन के लिए आ रहे हैं। कमलनाथ इससे पहले कभी यहां नहीं आए, लेकिन इस बार उन्होंने नवरात्रि में मां बिजासन के दर्शन करने की योजना बनाई। हालांकि वे सपिरवार तो नहीं आ रहे हैं, लेकिन उनके साथ कांग्रेस के दिग्गज नेता पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा भी मौजूद रहेंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समय-समय पर मां बिजासन के आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए सलकनपुर आते रहे हैं, लेकिन इस बार पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का कार्यक्रम भी सलकनपुर के लिए तय हुआ है। वे रविवार को सुबह 11 बजे सलकनपुर पहुंचकर मां बिजासन के दर्शन करेंगे। वे इससे पहले यहां कभी नहीं आए, लेकिन इस बार उनके आने का कारण व्यक्तिगत एवं राजनीतिक दोनों तरह का हो सकता है। दरअसल इस बार कांग्रेस बुदनी विधानसभा में अपनी तैयारियां पुख्ता तौर पर कर रही है। इस बार यह उम्मीदें भी हैं कि कांग्रेस कोई युवा चेहरा मैदान में उतारेगी और इसके संकेत भी हैं कि कमलनाथ सलकनपुर आ रहे हैं। हालांकि यहां पर उनका कोई राजनीतिक कार्यक्रम एवं सभा नहीं रखी गई है, लेकिन उनके लिए स्वागत मंच जरूर बनाया गया है, ताकि कांग्रेस के नेता उनका स्वागत-सत्कार कर सकें।
15 माह तक सत्ता सुख प्राप्त करने के बाद कमलनाथ को मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ा था। इसके बाद भाजपा फिर से सत्ता में आई और शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। दरअसल शिवराज सिंह चौहान की मां बिजासन में आस्था किसी से छिपी नहीं है। मां बिजासन का आशीर्वाद उन पर ऐसा बना हुआ है कि उन्होंने मध्यप्रदेश के इतिहास में मुख्यमंत्री पद के सभी रिकार्ड तोड़कर नया रिकार्ड लगातार मुख्यमंत्री बने रहने का भी बनाया है। शिवराज सिंह चौहान सलकनपुर के लिए कई सौगातें भी दे चुके हैं। अब वे सलकनपुर को विश्व स्तर पर पहचान दिलाने के लिए भी कवायद कर रहे हैं। जल्द ही सलकनपुर का नया स्वरूप भी देखने को मिलेगा। शिवराज सिंह चौहान की मां बिजासन माता में आस्था और प्रेम से प्रेरित होकर अब कमलनाथ भी मातारानी की शरण में आ रहे हैं और उनसे निश्चित रूप से कांग्रेस की विजय का आशीर्वाद भी मांगें, लेकिन यह तय है कि कमलनाथ का यह दौरा कई मायनों में अहम साबित होगा।

 

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