एमपी में भी हो रात दस से सुबह 7 बजे तक माईक पर कंट्रोल
भोपाल
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने कहा है कि उत्तर प्रदेश की तर्ज पर मध्य प्रदेश में भी माईक की आवाज रात दस बजे से सुबह 7 बजे तक सख्त नियंत्रण होना चाहिए। सार्वजनिक कार्यक्रमों के लिए ध्वनि विस्तारक यंत्रों की आवाज की अनुमति इस शर्त पर मिलना चाहिए कि वह आवाज इतने ही लोग सुनेंगे जो वहां बैठे हुए हैं, इसमें धर्म का भेदभाव ना हो।
उमा भारती से इस मांग को लेकर आज सुबह सात ट्वीट किये। जिसमें उन्होंने लिखा कि उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार के द्वारा ध्वनि प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए लिया गया नीतिगत निर्णय अभिनंदनीय है। ज्यादा शोर एवं आवाजों से शहर एवं गांव के लोगों के स्नायु तंत्र की बीमारियां बढ़ रही है, उन्हें रात में सुख से सोना बहुत जरुरी है।
घरों में रहने वाले विद्यार्थी एवं अस्वस्थ या वृद्ध लोगों की शोर एवं आवाजों से उनकी तकलीफ बढ़ रही है। बारात के डीजी या किसी भी जुलूस के शोर का एक समय तय हो और आवाज सीमित सीमा तय हो तभी हम स्वस्थ समाज की रचना में योगदान दें पाएंगे। हम भी मध्य प्रदेश में इस प्रकार का निर्णय लें।