पेट्रोल-डीजल महंगा होने पर कई राज्यों में अधिक वैट (VAT) को जिम्मेदार ठहराया
नई दिल्ली। पेट्रोल-डीजल को लगी 'आग' से पब्लिक भड़की हुई है, लेकिन इसके अपेक्षाकृत अधिक महंगा होने के पीछे राज्यों का क्या 'गणित' चल रहा है, इससे अभी तक कोई वाकिफ नहीं था, लेकिन पीएम मोदी ने इसकी सच्चाई उजागर कर दी। 27 अप्रैल को कोरोना की समीक्षा बैठक के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से चर्चा के दौरान पेट्रोल-डीजल महंगा होने के लिए कई राज्यों में अधिक वैट (VAT) को जिम्मेदार ठहराया था। अब केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने tweet करके हवाई यात्राओं के महंगे होने के लिए भी कुछ सरकारों को कठघरे में खड़ा कर दिया है।
बंगाल 25%+ वैट वसूलता है
हरदीप सिंह पुरी ने tweet किया-क्या आपने कभी सोचा है कि हवाई टिकट की कीमतें कम क्यों नहीं होतीं? एविएशन टर्बाइन फ्यूल एयरलाइन संचालन की लागत का लगभग 40% है। लेकिन पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र और दिल्ली एटीएफ पर भारी 25% + वैट लगाते हैं, जबकि बीजेपी-यूपी और नागालैंड राज्यों में; जम्मू-कश्मीर का केंद्र शासित प्रदेश सिर्फ 1% चार्ज करता है।
विपक्षी शासित राज्यों का ऐसा पाखंड?
हरदीप सिंह पुरी ने दूसरा tweet किया-पीएम मोदी जी अपने विजन‘हवाई चप्पल से हवाई जहाज़ तक’ के जरिये आम नागरिकों के लिए सस्ती हवाई यात्रा सुनिश्चित करते हैं, लेकिन ये राज्य बाधाएं पैदा करते हैं। वे 'तेल की कीमतों' के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते हैं, लेकिन अपना खजाना भरने के लिए लोगों का सिर मूंड़ते हैं।
मोदी ने राज्यों से वैट कम करने की अपील की थी
कोरोना की समीक्षा बैठक में पीएम मोदी ने कहा था-मोदी ने कहा था-''मैं आप सबसे आग्रह करता हूं कि आप अपने राज्य अपने पड़ोसी राज्य के हित को सर्वोच्च प्राथमिकता दें। आज तमिलनाडु में पेट्रोल 111 रुपए है, जयपुर में 118 से ज्यादा, हैदराबाद में 119 से ज्यादा है। मुंबई में 120 और बगल में ही दमन दीव में 102 रुपए है।''
मोदी के आह्वान पर भड़क उठीं ममता
प्रधानमंत्री मोदी ने जैसे ही राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत में पेट्रोल-डीजल पर वैट में कमी करने की अपील की, कांग्रेस और गैर भाजपा शासित राज्य भड़क उठे। ममता बनर्जी ने नाराजगी जताई-पिछले 3 साल से मैं पेट्रोल पर 1 रुपए की सब्सिडी दे रही हूं। हमारी सरकार को 1.5 हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। आप पर हमारा 97,000 करोड़ रुपए बकाया है। अभी भारत सरकार पेट्रोल पर पश्चिम बंगाल सरकार की तुलना में 25 प्रतिशत अधिक टैक्स लगा रही है।