Newsधर्ममध्य प्रदेशविशेषसीहोर

मंदिर के पुजारियों को मानदेय मिलेगा, लेकिन लीज नीलामी आदेश का निर्णय अधर में अटका!

कलेक्टरों का व्यवस्थापक से नाम हटाकर पुजारियों का नाम करवाने की भी की जा रही है मांग

सीहोर। प्रदेश की शिवराज सरकार ने मंदिरों के पुजारियों को मानदेय संबंधी आदेश जारी करके फौरी तौर पर राहत तो दी है, लेकिन मंदिरों की जमीनों का नीलामी संबंधित आदेश एवं कलेक्टरों का व्यवस्थापक से नाम हटाकर पुजारियों को व्यवस्थापक बनाए जाने संबंधी मांग पर अब तक कोई अमल नहीं हो पाया है। इस संबंध में भी लंबे समय से मांग की जा रही है। यहां बता दें कि पिछले दिनों भगवान परशुराम जयंती के अवसर पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घोषणा की थी कि पुजारियों को मानदेय दिया जाएगा। इसके बाद धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग द्वारा 26 मई को आदेश जारी कर दिए गए हैं। इधर हिन्दू उत्सव समिति सीहोर के अध्यक्ष आशीष गुप्ता ने सरकार के इस आदेश का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रति आभार व्यक्त किया है।
मंदिरों में पूजा कर रहे पुजारियों के संबंध में लंबे समय से मांग की जा रही है कि उनका मानदेय बढ़ाया जाए, साथ ही मंदिरों की जमीनों को नीलाम करने के लिए जो आदेश दिया गया है उसे निरस्त किया जाए। मंदिरों एवं उनकी जमीनों पर कलेक्टरों को व्यवस्थापक बनाया गया है। यह व्यवस्था भी पुजारियों को सौंपी जाए। इस तरह की कई अन्य मांगें भी हैं, जिनको पूरा करने के लिए लगातार कवायद की जा रही है। इस संबंध में संत पुजारी संगठन एकात्म समिति, दशपुर सकल पुजारी समिति भी लगातार मांग कर रही है कि मंदिर के पुजारियों का मानदेय बढ़ाया जाए एवं मंदिरों की जमीनों पर कलेक्टरों के आधिपत्य को समाप्त कर पुजारियों का आधिपत्य किया जाए। मंदिरों की नीलामी करने संबंधी आदेश को निरस्त किया जाए, लेकिन इस संबंध में अब तक कोई निर्णय नहीं हो पाया है।
जिन मंदिरों के पास जमीन नहीं उन्हें मिलेगा 5 हजार-
धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग द्वारा जारी आदेश में कहा गया है कि जिन मंदिरों के पास कृषि भूमि नहीं है। उन मंदिरों के पुजारियों को प्रतिमाह 5 हजार रुपए मानदेय दिया जाएगा। जिन मंदिरों के पास पांच एकड़ तक कृषि भूमि है उन मंदिरों के पुजारियों को ढाई हजार रुपए प्रतिमाह मानदेय मिलेगा। जिन मंदिरों के पास पांच एकड़ से 10 एकड़ तक कृषि भूमि है, उन मंदिरों के पुजारियों को 2 हजार रुपए प्रतिमाह भुगतान होगा। जिन मंदिरों के पास 10 एकड़ से अधिक कृषि भूमि है, उन मंदिरों के पुजारियों को अलग से शासन द्वारा कोई मानदेय नहीं दिया जाएगा। यह मानदेय एक मई 2022 से प्रभावशील रहेगा।
हिन्दू उत्सव समिति ने माना आभार-
सरकार द्वारा मानदेय बढ़ाने संबंधी जारी आदेश के बाद हिन्दु उत्सव समिति सीहोर के अध्यक्ष आशीष गुप्ता ने सरकार के इस आदेश का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा है कि यह लाभ प्रदेश के 25 हजार से अधिक पूजारियों को मिलेगा। हिन्दु उत्सव समिति ने जिले के समस्त पुजारियों से निवेदन किया है कि आगे आएं और सरकार की योजना का नियमानुसार लाभ उठाते हुए जिला कलेक्टर कार्यालय में धार्मिक न्यास एवं धर्मस्य विभाग में आवेदन जमा करें। आभार व्यक्त करने वालों में सतीष राठौर, हरिशचन्द्र अग्रवाल, किशोर कौशल, शंकर प्रजापति, प्रेम पहलवान, आशीष गुप्ता, नन्दकिशोर राठौर, सुभाष शर्मा, गोविन्द ताम्रकार, ललित जैन, मोहन चौरसिया, प्रदीप बिजोरिया, विष्णु प्रजापति, कमलेश अग्रवाल, देवेश अग्रवाल, पुरुषोत्तम मीणा, शंकर शर्मा, प्रदीप वशिष्ट, नरेन्द्र राजपूत, ब्रजेश पारासर, महेश दुबे, आशीष पचौरी, भानू प्रताप शर्मा, दिलीप गांधी आदि लोग शामिल हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button