उद्यानिकी क्षेत्र में भी किसान आत्म-निर्भता की ओर कदम बढ़ाकर पायें दोगुना मुनाफा – राज्य मंत्री कुशवाह
भोपाल
उद्यानिकी क्षेत्र में किसान आत्म-निर्भरता की ओर बढ़ रहे हैं। संभाग स्तरीय प्रशिक्षण केंद्र बनने पर किसान नई-नई तकनीक का प्रशिक्ष्ण लेकर अपनी आय को दोगुना करेंगे। यह बात उद्यानिकी एवं खाद्य प्र-संस्करण (स्वतंत्र प्रभार) एवं नर्मदा घाटी विकास राज्य मंत्री भारत सिंह कुशवाह ने होशंगाबाद में 98 लाख की लागत से बनने वाले उद्यानिकी कृषक प्रशिक्षण केंद्र के भूमि-पूजन कार्यक्रम में कही। उद्यानिकी के लिए होशंगाबाद जिले में होशंगाबाद ब्लाक का विशेष रूप से चयन किया गया है।
राज्य मंत्री कुशवाह ने कहा कि रबी और खरीफ फसलों के साथ उद्यानिकी के लिए भी भूमि का रकबा तय किया जाए। उन्होंने कहा कि सब्जी, फल और मसाले की फसलों की ओर ध्यान देना होगा। उन्होंने कहा कि फूड प्रोसेसिंग के लिए किसानों को सब्सिडी भी दी जा रही है। किसान उद्यानिकी की ओर बढ़ेंगे तो उन्हें डबल मुनाफा मिलेगा। एक तो कम खाद लगेगा और फलों से भी लाभ मिलेगा।
राज्य मंत्री कुशवाह ने कहा कि विश्व बाजार भारत की ओर आशा भरी नजरों से देख रहा है। देश और प्रदेश से जैविक खेती और फलों की पैदावार की अधिक उम्मीदें हैं। प्रदेश के हर जिले में "एक जिला-एक उत्पाद" के तहत उत्पाद तय किए गए हैं। होशंगाबाद के लिए अमरूद को चुना गया है। कुशवाह ने किसानों का आव्हान किया कि फूड प्रोसेसिंग के लिए आवेदन करें। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी तथा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की मंशा है कि किसान अपनी भूमि का 20 प्रतिशत रकबा जैविक खेती के रूप में उपयोग करने के लिए आगे आयें। उन्होंने कहा कि उद्यानिकी विभाग की कुछ जगह पर अतिक्रमण होने की शिकायत मिली है। एक सप्ताह में सीमांकन करें और अतिक्रमण को हटा कर रिपोर्ट भेजें। कुशवाह ने कार्यक्रम में अनेक किसानों को प्रोत्साहन के रूप में प्रशस्ति-पत्र तथा किट प्रदान किए।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष कुशल पटेल, विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा, सिवनी मालवा विधायक प्रेमशंकर वर्मा, सोहागपुर विधायक विजयपाल सिंह, जनपद अध्यक्ष श्रीमती संगीता सोलंकी उपस्थित थीं।