राजस्थान में कड़ाके की ठंड, जैसलमेर में जमा पानी
जयपुर
राजस्थान में कड़ाके की सर्दी का दौर जारी है। गत रात्रि इस मौसम की सबसे ठंडी रात रही। शीतलहर और गलनभरी सर्दी के कारण राज्य के चूरू, माउंट आबू और फतेहपुर में तापमान माइनस में चला गया। माउंट आबू और फतेहपुर में खुले इलाकों में हल्की बर्फ जम गई । गत रात सबसे कम तापमान फतेहपुर का माइनस 3.8, माउंट आबू में माइनस 3 सेल्सियस दर्ज किया गया।
किसानों की चिंता बढ़ी
जयपुर जिले के जोबनेर में माइनस 2 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। चूरू में माइनस 1.1, गंगानगर, हनुमानगढ़ा, भीलवाड़ा और सीकर जिलों में तापमान जीरो से 1 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया । इन जिलों में खेतों और खुले मैदानों में बर्फ जम गई है। सिंचाई के लिए खेतों में लगे पानी के पाइप में बर्फ के टुकड़े निकले हैं। जैसलमेर में पानी जम गया। कड़ाके की सर्दी ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। सब्जियों और रबी की फसल में पाला पड़ने की आशंका बढ़ने लगी है। कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि तापमान 2 डिग्री सेल्सियस से नीचे जाने के बाद सब्जियों में पाला पड़ना शुरू हो जाता है। पत्तियां हरी होने के स्थान पर हल्की भूरी पड़ने लगती है। टमाटर, बैंगन, मिर्ची व गोभी जल्द नष्ट हो जाती है।
आगामी तीन दिन बना रहेगा सर्दी का असर
वहीं ज्यादा समय तक तापमान में कमी रहती है तो रबी की फसल गेंहू, सरसों, चना, जीरा, धनिया आदि में नुकसान होता है। यह स्थिति राज्य में आधा दर्जन जिलों में सामने आने लगी है। विशेषज्ञों ने बताया कि गिरते तापमान के बीच फसल को बचाने के लिए प्रयासों के तहत गंधक के तेजाब का छिड़काव किया जाता है। इससे फसल को काफी हद तक पाला पड़ने से बचाया जा सकता है। जयपुर स्थित मौसम केंद्र ने आगामी तीन दिन तक सर्दी का असर बने रहने की संभावना जताई है। मौसम विभाग ने श्रीगांगनर, चूरू, हनुमानगढ़, नागौर, जैसलमेर, झुंझुनूं, पाली, अजमेर, चित्तौड़गढ़ और सीकर जिलों में तेज सर्दी पड़ने की आशंका जताई गई है।