कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार से सवा लाख शिक्षकों की नियुक्ति पर लग सकता है ब्रेक, 17 से होनी है काउंसिलिंग
पटना
कोरोना संक्रमण के मौजूदा रफ्तार को देखते हुए राज्य के करीब सवा लाख शिक्षक पदों पर चल रही नियुक्ति की प्रक्रिया पर ग्रहण लगने के आसार हैं। जानकारों की मानें तो सरकार के गृह विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुपालन में भी इसकी घोषित गतिविधियों का निर्बाध संचालन नियम विरुद्ध होगा। सभी जानते हैं कि काउंसिलिंग और नियुक्ति पत्र वितरण में भारी संख्या में अभ्यर्थियों की भीड़ जुटने वाली है और यह मौजूदा लागू सख्ती के विरुद्ध ही होगा।
दूसरी तरफ फरवरी में कोरोना संक्रमण के और तेज होने के आसार हैं। इस बाबत पूछे जाने पर शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने भी ‘हिन्दुस्तान’ को बताया कि हमलोग हर हाल में घोषित समय पर नियुक्ति करना चाहते हैं। लेकिन, सरकार द्वारा अभी लागू पाबंदी और फरवरी में यदि कोई नया निर्णय आता है तो शिक्षा विभाग उसे पूर्णत: लागू करेगा। संक्रमण तेज हुआ तो नियुक्ति टल सकती है।
गौरतलब है कि शिक्षा विभाग द्वारा 94 हजार प्रारंभिक और 30020 (अब बढ़कर 32717) पदों पर नियुक्ति की प्रक्रिया जुलाई 2019 में आरंभ हुई थी। तब से विभिन्न विभागीय और न्यायिक कारणों से आधा दर्जन से अधिक बार नियुक्ति का शिड्यूल बदला जा चुका है। हालिया स्थगन पंचायत चुनाव को लेकर था और इसकी समाप्ति के बाद विभाग की ओर से अंतिम रूप से चयनित माध्यमिक-उच्च माध्यमिक शिक्षकों को 17 एवं 18 जबकि प्रारंभिक शिक्षक अभ्यर्थियों को 25 फरवरी को नियुक्ति पत्र देने का एलान किया गया है।