रेहटी। देश सहित जिलेभर में तेजी से हो रहे धर्मांतरण के मामलों को लेकर जनजाति सुरक्षा मंच जमीनी स्तर पर कार्य कर रहा है। इसी को लेकर बुधवार कोे भी आदिवासी ग्राम कोसमी में बैठक आयोजित की गई। इस दौरान पूर्व सैनिक एवं संयोजक जनजाति सुरक्षा मंच मध्यप्रदेश कैलाश निनामा ने कहा कि जिस प्रकार अधिनियम 341 में अनुसूचित जाति के लिए अपना धर्म बदलने पर सभी प्रकार की सुविधाएं एवं आरक्षण से वंचित किया जा सकता है। उसी प्रकार अनुसूचित जनजाति को भी 342 अधिनियम में संशोधन करके यह प्रावधान जोड़ा जाए कि जो जनजाति व्यक्ति ईसाई या मस्लिम बनेगा उसको आरक्षण सहित सभी प्रकार की सुख-सुविधाओं से वंचित कर दिया जाएगा।
संसदीय समिति को भी दिया था प्रस्ताव-
जनजाति सुरक्षा मंच मध्यप्रदेश के संयोजक कैलाश निनामा ने कहा कि इस विषय को 1970 में सांसद स्व. कार्तिक बाबूराव ने 348 से अधिक सांसदों के हस्ताक्षर के साथ संसदीय समिति के सामने प्रस्तुत किया था, परंतु उनकी इस मांग को नहीं माना गया। अब हमें इस अभियान के माध्यम से प्रत्येक ग्राम के लोगों के पास जाकर उन्हें समझाने की जरूरत है। ग्राम सभा के माध्यम से भी प्रस्ताव पारित किया जाए कि हम डीलिस्टिंग के समर्थन में हैं। बैठक में निर्णय लिया गया कि संपर्क अभियान पूर्ण होने के बाद सीहोर जिला मुख्यालय पर महारैली आयोजित की जाएगी, जिसमें प्रत्येक ग्राम के प्रत्येक परिवार को आमंत्रित किया जाएगा। बैठक में डीलिस्टिंग योजना को प्रत्येक ग्राम में जमीनी स्तर तक पहुंचानेे के लिए विस्तृत रूपरेखा तय की गई। प्रांत सह संगठन मंत्री तिलकराज दांगी ने उपस्थित कार्यकर्ताओं के सामने विकासखंड एवं ग्राम स्तर की समितियों का निर्माण कर सभी को इस आंदोलन में सक्रिय रूप से काम करने की अपील की है। बैठक में जनजाति सुरक्षा मंच के पदाधिकारी जिला अध्यक्ष रमेशचंद्र बारेला, जिला संगठन मंत्री दिनेश अहोरिया सहित अन्य कार्यकर्ता प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
सुनील प्रजापति बने जिला सह संयोजक-
बैठक में जनजाति सुरक्षा मंच की जिला कार्यकारिणी भी बनाई गई। इसमें
जिला संयोजक जयनारायण बारेला, जिला सह संयोजक सुनील प्रजापति, संजय बारेला, जिला निधि प्रमुख शोभाराम सामले, जिला प्रचार-प्रसार प्रमुख मुकेश खरते, विकासखंड संयोजक पिंटू बारेला, सह संयोजक राजेश कनोजे, दलसिंह बारेला, निधि प्रमुख बेचन सिंह बारेला, प्रचार-प्रसार प्रमुख जितेंद्र बारेला को बनाया गया है। बैठक में प्रमुख कार्यकर्ताओं में प्रेम अछाले, जागीराम बारेला, कमलेश, महेंद्र सिंह, भगवान सिंह, हरीराम, सुरेश मुझाल्दे सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे।