सीहोर। टाउन हॉल के बाहर पिछले 18 दिनों से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मानदेय वृद्धि, एरियर के भुगतान और नियमित कर्मचारी घोषित करने की मांग कर रही हैं, लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। अब शुक्रवार को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की सद्बुद्धि के लिए यज्ञ-हवन किया। साथ ही ईश्वर से प्रार्थना कर शीघ्र ही मांगे पूरी कराने के लिए मांग की।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मिनी कार्यकर्ता, सहायिका कल्याण समिति संघ का प्रदेश स्तरीय अनिश्चित कालीन हड़ताल व धरना प्रदर्शन जारी है। टाउन हॉल के बाहर पिछले 18 दिनों से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रही हैं, लेकिन अभी तक उनकी सुनवाई नहीं हो सकी है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मिनी कार्यकर्ता, सहायिका कल्याण समिति संघ जिलाध्यक्ष रेणु शर्मा ने बताया कि काम के एवज में आंगनबाड़ी कर्मियों को दिए जा रहे मानदेय की राशि अत्याधिक कम है। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मिनी कार्यकर्ता, सहायिका कल्याण समिति संघ की कार्यकर्ता 29 मार्च से टाउन हॉल के बाहर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठी हैं, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हो सकी है। इस मौके पर जिलाध्यक्ष रेणु शर्मा, सचिव नन्दा कुशवाहा, परियोजना अध्यक्ष सफिया बानो सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता, मिनी कार्यकर्ता, सहायिका मौजूद थीं।
सरकार की सदबुद्धि के लिए किया यज्ञ-
शुक्रवार को टाउन हॉल के बाहर धरना स्थल पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की। वहीं कार्यकर्ताओं ने सरकार और मुख्यमंत्री की सद्बुद्धि के लिए यज्ञ किया। साथ ही कार्यकर्ताओं ने सरकार से उनकी मांग शीघ्र पूरी कराने यज्ञ में आहूतियां देकर ईश्वर से प्रार्थना भी की। वहीं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का कहना है कि जब तक मांगे पूरी नहीं होगी हड़ताल जारी रहेगी।
ये हैं प्रमुख मांगे-
– भारत सरकार ने अक्टूबर 2018 में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, मिनी कार्यकर्ता का मानदेय बढ़ाया। इसका आज तक एरियर्स सहित भुगतान नहीं किया गया, शीघ्र भुगतान हो।
– सभी कार्यकर्ता, सहायिकाओं को नियमित किया जाए। राज्य शासन कर्मचारी घोषित किया जाए।
– सेवानिवृत्त होने पर कार्यकर्ताओं को 5 लाख व सहायिकाओं को 3 लाख रुपए दिए जाए। कोरोना काल की प्रोत्साहन राशि 10 हजार रुपए दी जाए।
– मिनी कार्यकर्ता को आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के रूप में पदोन्नत किया जाए। भविष्य में केवल सहायिका व कार्यकर्ता की भर्ती की जाए।
– वरीयता के आधार पर कार्यकर्ता से सुपरवाइजर, सहायिका से कार्यकर्ता के पद पर पदोन्नति दी जाए।
– मोबाइल पर कार्य करने प्रशिक्षण दिया जाए। प्रशिक्षण हिन्दी में दिया जाए।
– सभी कर्मचारी की भांति देय सभी सामान्य व्यक्ति का अवकाश केंद्रों में लागू किया जाए।
– प्रत्येक माह की 5 तारीख तक मानदेय का भुगतान हो, ताकि समय से कर्मचारी की आवश्यकता व परिवार का भरण पोषण कर सकें। इसी तरह अन्य मांगों के निराकरण की मांग की है।