दिल्ली सरकार ने राजधानी के स्कूलों के लिए नए मूल्यांकन के लिए जारी किए दिशा-निर्देश
नई दिल्ली
दिल्ली सरकार ने राजधानी के स्कूलों के लिए नया मूल्यांकन दिशा-निर्देश जारी किए हैं। सरकार इस शैक्षणिक सत्र से शैक्षणिक, सह-शैक्षणिक गतिविधियों के साथ-साथ माइंडसेट करिकुलम का मूल्यांकन भी करेगी। उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि वर्तमान समय की आवश्यकताओं को देखते हुए ये बेहद जरूरी है कि हमारे स्कूलों में योग्यता आधारित शिक्षा पर फोकस किया जाए जो वास्तविक दुनिया की चुनौतियों से लड़ने में हमारे बच्चों की क्षमताओं को विकसित करें।
सिसोदिया ने कहा कि नए मूल्यांकन दिशा-निर्देश के अनुसार बच्चों का मूल्यांकन पाठ्यक्रम की सामग्री के आधार पर नहीं बल्कि विभिन्न वास्तविक जीवन परिस्थितियों में उनकी समझ को लागू करने की क्षमता के आधार पर किया जाएगा। यह नया मूल्यांकन दिशा-निर्देश हमारे स्कूली छात्रों को समाज की बेहतरी में योगदान करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। उन्होंने कहा कि इन करिकुलमों को स्कूलों में अपनाए हुए काफी समय हो चुका है और अब इन्हें मूल्यांकन प्रक्रिया में शामिल करने का सही समय है।
नए मूल्यांकन दिशा-निर्देश के अनुसार, कक्षा 3-8 के बच्चों का मूल्यांकन हैप्पिनेस करिकुलम और देशभक्ति करिकुलम के लिए किया जाएगा, जबकि कक्षा 9 और कक्षा 11 के छात्रों का मूल्यांकन देशभक्ति और उद्यमशील विचार पाठ्यक्रम के लिए किया जाएगा। साथ ही कक्षा 11 के छात्रों के लिए मूल्यांकन का एक अलग मानक होगा। जहां आंकलन में बिजनेस ब्लास्टर्स प्रोग्राम में उनकी भागीदारी भी होगी।