पति-पत्नी रह सकें ऐसा हॉस्टल बनाएगा एनआईटी
जमशेदपुर
एनआईटी जमशेदपुर में ऐसा हॉस्टल बनाया जाएगा, जिसमें पति-पत्नी साथ रह सकें। ऐसा शोध छात्रों को ध्यान में रख कर किए जाने की तैयारी है। चूंकि, अधिकतर शोध छात्र शादीशुदा होते हैं, ऐसे में वे ऐसे संस्थानों में अपना शोध नहीं करना चाहते हैं, जहां उनके रहने के लिए पर्याप्त सुविधा नहीं हो। इस कारण देश के अन्य बड़े शैक्षणिक संस्थानों की तरह एनआईटी में भी ऐसे हॉस्टल बनाए जाने की योजना बनाई गई है। इस हॉस्टल में शोध छात्रों को अपने परिवार के साथ रहने की सुविधा दी जाएगी।
संस्थान के निदेशक प्रो. करुणेश कुमार शुक्ल ने बताया कि वे एनआईटी के ऐसे संस्थान के रूप में स्थापित करना चाहते हैं, जहां आधी रात तक भी दिन जैसी चहल-पहल हो। देश के अन्य शैक्षणिक संस्थानों में ऐसा ही नजारा होता है। इस दिशा में संस्थान की योजना बन रही है। फिलहाल, 1000 सीट वाले हॉस्टल निर्माण की प्रक्रिया चल रही है। प्रो. शुक्ल के मुताबिक हाल के दिनों में एनआईटी कैंपस की सभी बिल्डिंग का जीर्णोद्धार कर दिया गया है। कुछ काम बचे हैं, जिनका जीर्णोद्धार शीघ्र किया जाएगा। उन्होंने बताया कि हाल के दिनों में एनआईटी में शोध की संख्या बढ़ी भी है। इसे और बढ़ाने की दिशा में कदम बढ़ाए जा रहे हैं।
प्रो. करुणेश कुमार शुक्ल, निदेशक, एनआईटी, किसी भी संस्थान की श्रेष्ठता उस संस्थान में हुए शोध से आंकी जाती है। हम इसके लिए प्रयासरत हैं और शोध छात्रों को जरूरी सहूलियतें देने के लिए कोशिशें कर रहे हैं। पति-पत्नी के रहने के लिए हॉस्टल इसी योजना का हिस्सा है।