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वार्षिक परीक्षा में पिछड़ गए स्कूली छात्र, कम आए नंबर

 पटना

बिहार के जिन स्कूलों के वार्षिक रिजल्ट में सौ फीसदी विद्यार्थी 90 फीसदी के ऊपर अंक प्राप्त करते थे। वहां इस बार 80 फीसदी विद्यार्थियों को 70 फीसदी तक ही अंक प्राप्त हुआ है। बाइपास स्थित एक स्कूल में 8वीं से 10वीं तक का रिजल्ट 90 फीसदी तक होता था। इस बार हमेशा बेहतर करनेवाले बच्चों को भी पिछले साल की तुलना में कम अंक आए हैं। वहीं दानापुर स्थित एक स्कूल के शिक्षकों ने भी कुछ ऐसी ही रिपोर्ट दी है। यह स्थिति राजधानी के ज्यादातर स्कूलों की है।

कॉपी मूल्यांकन के बाद शिक्षकों ने प्राचार्य को परफॉमेंस की रिपोर्ट दी है। इस रिपोर्ट में खासकर 7वीं से 10वीं तक के बच्चों का जिक्र है। स्कूलों द्वारा फरवरी में वार्षिक परीक्षा ली गयी है। ज्यादातर स्कूलों में रिजल्ट तैयार हो चुका है। दस से 15 मार्च तक रिजल्ट घोषित भी हो जायेंगे। रिपोर्ट कार्ड देकर अभिभावकों को जानकारी दी जायेगी।

मौखिक उत्तर तो दिया लेकिन लिख नहीं पाए: शिक्षकों की मानें तो कक्षा में बच्चों ने मौखिक उत्तर तो आसानी से दे दिया, लेकिन उसी उत्तर को कॉपी पर नहीं लिख पाए। लिट्रावैली स्कूल की शिक्षिका पुष्पा सिंह ने बताया कि जिन बच्चों ने लिखने का अभ्यास नियमित नहीं किया, उनके अंक कम हो गये हैं। सेंट माइकल हाई स्कूल के शिक्षक संजय कुमार ने कहा कि जो प्रश्न कक्षा में आसानी से बच्चों ने किया उसी को परीक्षा में नहीं बना पाए।

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